नई दिल्ली. 5 सितंबर से 17 सितंबर तक शिक्षक पर्व मनाया जाएगा और शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार की शुरुआत करेंगे. स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के अपर सचिव संतोष कुमार सारंगी ने यह जानकारी दी है. साथ ही बताया कि इस साल 44 शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार 5 सितंबर को दिया जाएगा.

अतिरिक्त सचिव, स्कूली शिक्षा संतोष कुमार सारंगी, संयुक्त सचिव आरसी मीणा और संयुक्त सचिव विपिन कुमार ने आगामी राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार और शिक्षक पर्व पर आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया.

सारंगी ने बताया कि शिक्षकों के बहुमूल्य योगदान को सम्मान देने और राष्ट्रीय शिक्षक नीति (एनईपी) 2020 को एक कदम आगे ले जाने के लिए पिछले साल की तरह इस साल भी स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने शिक्षक पर्व- 2021 मनाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, शिक्षक पर्व 2021 वर्चुअल माध्यम से 5 सितंबर से 17 सितंबर, 2021 तक मनाया जाएगा.

2 करोड़ शिक्षकों के लिए क्या कहा ?

2 करोड़ से ज्यादा शिक्षकों के टीकाकरण के टीकाकरण अभियान पर सारंगी ने कहा कि राज्यों में टीकाकरण की प्रगति की स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा निगरानी की जा रही है. इसका स्कूलों को फिर से खोलने में भी योगदान होगा.  मीणा ने बताया कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 5 सितंबर, 2021 को वर्चुअल माध्यम से 44 पुरस्कार विजेताओं को पुरस्कृत करेंगे.

44 पुरस्कृत शिक्षकों में हरेक पर एक वृत्तचित्र भी दिखाया जाएगा. उन्होंने बताया कि भविष्य के युवाओं के साथ ही मस्तिष्क को आकार देने में शिक्षकों की उत्कृष्टता और प्रतिबद्धता को सम्मान देने के लिए पहली बार वर्ष 1958 में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कारों की शुरुआत की गई थी. उन्होंने कहा किये पुरस्कार प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में काम कर रहे प्रतिभाशाली शिक्षकों को सार्वजनिक रूप से सम्मान देने के लिए पुरस्कार दिए जाते हैं.

पीएम मोदी भी होंगे शामिल

विपिन कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 7 सितंबर, 2021 को पूर्वाह्न 11 बजे शिक्षा से जुड़े शिक्षकों, विद्यार्थियों, अभिभावकों और हितधारकों को संबोधित करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री, विभाग की पांच पहलों का शुभारम्भ करेंगे, जिनमें 10,000 शब्दों का भारतीय सांकेतिक भाषा शब्दकोष, टाकिंग बुक्स (नेत्रहीनों के लिए ऑडियो बुक), सीबीएसई का स्कूल क्वालिटी एसेसमेंट एंड एक्रीडिएशन फ्रेमवर्क (एसक्यूएएएफ), निपुण भारत के लिए निष्ठा टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम और विद्यांजलि पोर्टल (स्कूल विकास के लिए शिक्षा स्वयंसेवकों/दानदाताओं/सीएसआर अंशदाताओं की सहूलियत के लिए) शामिल हैं.

इस कॉनक्लेव में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी, शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार और शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह शामिल होंगे.

विपिन कुमार ने कहा कि उद्घाटन समारोह के 17 सितंबर, 2021 तक वेबिनार, चर्चा, प्रस्तुतीकरण आदि होंगे, जिनमें देश के विभिन्न स्कूलों के शिक्षा विशेषज्ञों को अपने अनुभव, सीख और भविष्य के रोडमैप साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया है.