Natural Teether : छोटे बच्चों के जब भी दांत निकलते हैं, तो वे बहुत ज्यादा चिड़चिड़े हो जाते हैं. बात-बात पर रोने लगते हैं और किसी भी चीज को उठाकर अपने मसूड़ों से चबाने की कोशिश करने लगते हैं. बच्चों के टीथिंग की समस्या को देखते हुए मार्केट में रबड़ और प्लास्टिक के कई तरह के टीथर मिलते हैं. लेकिन इस तरह के टीथर बच्चे के लिए हानिकारक हो सकते हैं, क्योंकि इनमें केमिकल मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में आप अपने शिशुओं को नेचुरल टीथर दे सकते हैं. नेचुरल टीथर प्रकृतिक रूप से बेहतर होते हैं और बच्चे के टीथिंग प्रॉब्लम को कम करने में मदद कर सकते हैं.

आज हम आपको कुछ ऐसे ही नेचुरल टीथर के बारे में बताएंगे, जो आपके शिशु के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकते हैं. 

जमी हुई गाजर की स्टिक (Natural Teether)

ठंडी गाजर की स्टिक शिशु के मसूड़ों पर आरामदायक प्रभाव डाल सकती हैं. गाजर एक हेल्दी विकल्प है, जो विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है. गाजर की स्टिक चबाने की प्रक्रिया शिशुओं में दांत निकलने के दौरान होने वाली समस्या को कम करने में मदद कर सकती है. 

आम की गुठली

आम की गुठली का इस्तेमाल भी नेचुरल टीथर के रूप में किया जा सकता है. आम की गुठली पर आप थोड़ा सा पल्प लगा रहने दें. इससे बच्चे को न सिर्फ इसे चबाने में मजा आएगा, बल्कि आम का स्वाद भी उन्हें मिल पाएगा. 

ठंडा खीरा

गाजर के समान, ठंडे खीरे के टुकड़े भी शिशुओं के दांत निकलने की क्रिया के दौरान ठंडक का अहसास कराने में मदद करती हैं. खीरे का कुरकुरापन शिशुओं को काफी पसंज आता है, और इससे बच्चे के शरीर में पानी की कमी पूरी होती है और इसमें कैलोरी की मात्रा भी कम होती है. 

तरबूज के छिलके 

ठंडे तरबूज़ के छिलके दांत निकलने में ठंडक और आराम देने में मदद कर सकते हैं. तरबूज की नरम, थोड़ी सख्त बनावट और इसकी नेचुरल मिठास बच्चों को काफी पसंद भी आती है. 

अमरूद

कच्चे या सख्त अमरूद के टूकड़े दांत निकलने वाले बच्चों को काटने के लिए एक मजबूत चीज देने में मदद कर सकता है. अमरूद विटामिन सी और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो सेहत के लिए फायदेमंद होता है. 

इन बातों का भी रखें ध्यान

  • खाद्य पदार्थ को शिशुओं को नेचुरल टीथर के रूप में देने के बाद उन पर निगरानी जरूर रखें, ताकि बच्चे को किसी भी तरह के घुटन से बचाया जा सके. 
  • शिशुओं को टीथर के रूप में फूड्स देते समय उन्हें अच्छी तरह साफ करके और छीलकर दें. 
  • इस बात का ध्यान रखें कि सब्जी या फल इतना सख्त हो कि बच्चा उसे तोड़ न सकें. 
  • शिशुओं को ये चीजें टीथर के रूप में देने से पहले इस बात को सुनिश्चित कर लें कि वे 6 महीने से बड़े हो.