Nautapa Facts 2024 : इस बार 25 मई यानी शनिवार से नौतपा शुरू हो गए हैं जो 2 जून को समाप्त होंगे. सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तब से नौतपा शुरू होते हैं. नौतपा के दौरान सूर्य की सीधी किरणें धरती पर पड़ती हैं इसके चलते गर्मी का सितम ज्यादा होता है. नौतपा के दौरान गरज चमक के साथ बारिश और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी भी चलती है जो परेशानी का सबब बनती है.

ऐसे में सवाल ये है कि आखिर नौतपा है क्या और इसका मौसम से क्या लेना देना है. तो आज हम आपको इन सवालों के जवाब दे रहे हैं और साथ ही ये भी बता रहे हैं कि इस नौतपा के पीछे क्या विज्ञान है और इसका धर्म से क्या कनेक्शन है. दरअसल, काफी लोग इसे ज्योतिष से जोड़कर भी देखते हैं तो आज जानते हैं.

क्या होता है नौतपा? (Nautapa Facts 2024)

दरअसल, जून शुरू या मई के अंत में एक वक्त आता है, जिस टाइम काफी तेज गर्मी पड़ती है. इस वक्त काफी तेज लू चलती है और प्रचंड गर्मी पड़ती है. उस वक्त को नौतपा कहा जाता है. कहा जाता है कि ये 9 दिन का पीरियड होता है और इस वक्त काफी तेज गर्मी पड़ती है. इसके साथ ही इस दौरान खाने-पीने का खास ध्यान रखने की भी सलाह दी जाती है.

कहता है धर्म? (Nautapa Facts 2024)

माना जाता है कि जब सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, तो नौतपा प्रारंभ होता है. धर्म से जुड़ी कहानियों के अनुसार, चंद्रमा से शीतलता रहती है, लेकिन सूर्य से ताप मिलता है. ऐसे में जब सूर्य चंद्रमा के नक्षत्र रोहिणी में जाता है तो उससे उस नक्षत्र को अपने पूर्ण प्रभाव से ले लेता है. इस वजह से पृथ्वी को शीतलता नहीं मिलती है और तापमान बढ़ जाता है.

क्या कहता है विज्ञान?

विज्ञान के हिसाब से भी नौतपा का पीरियड आता है. इस पर कई रिपोर्ट का कहना है साइंस में नौ दिन तेज गर्मी पड़ने या फिर नौतपा की कोई विशेष जानकारी नहीं है. हालांकि, यह बात सच है कि सूर्य की स्थिति बदलने के चलते हर साल मई के आखिर और जून के पहले हफ्ते में गर्मी ज्यादा पड़ती है. इस दौरान सूर्य मध्य भारत के ऊपर आ जाता है और किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं, जिससे गर्मी ज्यादा पड़ती है. लेकिन, ये सिर्फ 9 दिन तक ही नहीं, बल्कि थोड़े ज्यादा टाइम तक ऐसा होता है.

क्या मॉनसून से कोई कनेक्शन है?

इस समय मॉनसून का अंदाजा लगाया जाता है कि नौतपा में गर्मी कितनी पड़ी है. लेकिन, ऐसा कोई प्रमाण नहीं है कि जून के शुरुआत में गर्मी तेज पड़ेगी तो मॉनसून अच्छा ही होगी. रिपोर्ट्स के अनुसार, ये बात सच है कि तापमान ज्यादा होने से निम्न दबाव की स्थिति रहती है और इससे मॉनसून सक्रिय होने में मदद मिलती है. लेकिन, ये साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि अधिक गर्मी पड़ने से मॉनसून ज्यादा अच्छा होगा. लेकिन, बारिश से पहले गर्मी होने की वजह से इसे नौतपा से जोड़ा जाता है.