सुप्रिया पांडेय, रायपुर। राजधानी रायपुर के सबसे प्रतिष्ठित महामाया देवी मंदिर में भी कोरोना का असर देखने को मिल रहा है. नवरात्रि पर्व में इस बार मंदिरों में जोत प्रज्ज्वलन की व्यवस्था नहीं की जा रही है. चैत्र नवरात्रि के लगभग 5 हजार ज्योति कलश बचे हुए है, जिसके प्रज्जवलन को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है.

महामाया मंदिर के पुजारी मनोज शुक्ला ने बताया कि पिछली बार भी संपूर्ण नवरात्रि पर्व लॉकडाउन में बीता है. अन्य तरह की गतिविधियां नहीं हुई है. अभी भी कोरोना के चलते किसी भी तरह का स्पष्ट गाइडलाइन या मार्गदर्शन नहीं मिला है, मंदिर ट्रस्टी इस इंतजार में बैठे हैं कि किसी तरह की स्पष्ट गाइडलाइन प्राप्त हो तो नवरात्रि की तैयारी करें.

इस बार किसी भी श्रद्धालुओं की मनोकामना जोत रसीद नहीं काटी गई है. नवरात्रि में केवल प्रधान राज जोत की प्रज्ज्वलित की जाएगी. प्राचीन परंपरा के अनुसार पूजा अनुष्ठान किया जाएगा. यदि अब भी स्पष्ट दिशा निर्देश जारी की जाती है तो तैयारी करने में दिक्कत होगी.

मंदिर ट्रस्ट समिति के सदस्य भावेश शुक्ला ने बताया कि ट्रस्ट समिति के द्वारा रविवार को बैठक किया जाएगा. बैठक में जो निर्णय लिया जाएगा. उस हिसाब से आगामी कार्यक्रम तय किए जाएंगे. लगभग 5,052 जोत चैत्र नवरात्र के बचे हुए है, इसे लेकर भी निर्णय लिया जाएगा.