पवन दुर्गम, बीजापुर. पुलिस को मुठभेड़ में मिली सफलता को माओवादी संगठन ने प्रेस नोट जारी कर इसे फर्जी बताया है. माओवादियों ने प्रेस नोट में लिखा है कि सुकमा और बीजापुर की सीमा पर बसे तीन गांव के 64 ग्रामीणों के साथ पुलिस ने बेरहमी से मारपीट की है. और दो ग्रामीणों की हत्या कर इसे मुठभेड़ का नाम दे दिया है. यह आरोप दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी के पामेड़ एरिया कमेटी के नक्सली संंघठन ने पुलिस पर लगाया है.
माओवादियों का कहना है कि जवानों ने मरकागुंडा, दुलेडी और मेटागुड़ा के ग्रामीणों के साथ मारपीट की है. माओवादियों के दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी के पामेड़ एरिया कमेटी ने तीन पन्नों का प्रेस नोट जारी किया है. नक्सलियों ने आरोप लगाया है कि 10 जुलाई को चार गांवों को घेरकर जवानों ने हमला किया और 11 जुलाई को फर्जी मुठभेड़ में उनके एक साथी और ग्रामीण महिला को गिरफ्तार कर दोनों की हत्या कर दी है. जिसे पुलिस द्वारा मुठभेड़ बताया जा रहा है.
बता दें कि 18 जुलाई को जवानों की सुबह सर्चिंग के दौरान नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई थी. जिसमें मानपुर-मोहला एरिया कमेटी की मेम्बर जरीना पोटाई को मार गिराया था. इस महिला नक्सली पर पांच लाख का इनाम था. और घटना स्थल से जवानों ने नक्सली जरीना का शव और 2 बोर की बंदूक के साथ अन्य सामान बरामद किया था.
उसके बाद पुलिस और जवानों ने 19 जुलाई को दन्तेवाड़ा-बीजापुर के सीमावर्ती इलाके के तिमेनार जंगलों में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 8 नक्सलियों को मार गिराया था. जिनमें 4 महिला और 4 पुरुष का शव बरामद भी कर लिया गया था. साथ ही नक्सलियों के पास से 2 इंसास राइफल, 2 थ्री नॉट थ्री राइफल, 12 बोर की बंदूक, भरमार बंदूक़, गोला बारूद और दैनिक उपयोगी समान बरामद किया गया था.