दंतेवाड़ा. देश के राष्ट्रपति पहली बार दो दिनों के प्रवास पर बस्तर आ रहे हैं. ऐसे में नक्सल प्रभावित इलाके में राष्ट्रपति के दौरे को लेकर तैयारियां चाक-चौबंद की गयी है. जिसका असर मंगलवार भी देखना को मिला जब सुरक्षा कारणों से गीदम-दंतेवाड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहा. जिसके कारण काफी लोगों को भी आने जाने में मशक्कत करनी पड़ी. लेकिन इसी बात पर आदिवासी कार्यकर्ता सोनी सोरी ने ऐतराज जताया है.
दरअसल सोनी किसी कार्य से गीदम से दंतेवाड़ा कलेक्टोरेट जा रही थीं. लेकिन राष्ट्रपति के कार्यक्रम के मद्देनजर रोड़ से आवागमन बंद कर दिया गया था. इस दौरान उन्होंने वहां ड्यूटी में तैनात लोगों से कहा भी की उन्हें जाने दिया जाए. लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया.
इसी बात से खफा सोनी अपनी गाड़ी छोड़कर दंतेवाड़ा कलेक्टोरेट पहुंच गई और ज्ञापन सौंपा. लेकिन यहां भी प्रटोकाल ऑफिसर ने उनका ज्ञापन नहीं लिया. बता दें कि सुरक्षा कारणों से राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद किया गया था. जिससे कारण रास्ते में घंटों जाम लगा रहा और इसी बात से सामाजिक कार्यकर्ता नाराज हो गई. सोनी ने कहा है कि इस तरह से वीआईपी सुरक्षा के नाम पर जनता को तकलीफ होती है और वे इसके लिए बुधवार को उपवास करेंगी.
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