प्रमोद निर्मल, मोहला-मानपुर। मानपुर इलाके में फिर लाल सेना ने हरे सोने को जला कर राख कर दिया है. इस बार माओवादियों ने औंधी थानाक्षेत्र के बस्तर व महाराष्ट्र सीमावर्ती आधा दर्जन से अधिक गांवों में तेंदूपत्ता की गड्डियों व तेंदूपत्ता से भरे बोरों में आग लगा दी है. घटना की अभी तक थाने में किसी ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है. वहीं वन विभाग वन समितियों को हुए नुकसान के आंकलन में जुटा है.

जानकारी के अनुसार, सरखेड़ा, शारदा व औंधी तीन समितियों के तहत आने वाले ग्रामों मशलन रेंगाटोला, मोरचुल, बागडोंगरी, गहनगट्टा, बारकुंजी, पिटेमेटा समेत आसपास के गांवों में रात के अंधेरे में फडों में रखे हरा सोना यानी तेंदूपत्तों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया. आगजनी वाले जगह पर बड़ी संख्या में नक्सली पर्चे पड़े हैं.

माओवादियों के उत्तर सब जोनल कमेटी तथा आरकेबी डिवीजन के हवाले से जारी इन पर्चों में तेंदूपत्ता का रेट बढ़ाने समेत विभिन्न तरह के आह्वान लिखे गए हैं. इसके साथ केंद्र और राज्य सरकार की खिलाफत भी पर्चों में की गई है. घटनास्थल पर पड़े पर्चे आगजनी के पीछे माओवादियों का हाथ होने की गवाही दे रहे हैं.

क्षेत्रीय पुलिस व वन विभाग ने तेंदूपत्तों में आगजनी तथा फडों में पर्चों के मिलने की पुष्टि की है. औंधी थाना प्रभारी के मुताबिक घटना की अब तक थाने में किसी ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है. वहीं क्षेत्रीय वन परिक्षेत्र अधिकारी ने बताया कि तीनों समितियों में हजारों गड्डियां जली हैं, जिसका आकलन किया जा रहा है.