कांकेर। जिले के कोयलीबेड़ा इलाके मे गुरूवार को सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच जमकर मुठभेड़ हुई. इस दौरान दोनों ओर से काफी देर तक फायरिंग चलती रही. इसके बाद अपने आप को घिरता देख नक्सली मोर्चे से पीछे हट गये और घने जंगलों का फायदा उठाते हुए मौके से भागने में कामयाब रहे. जिसके बाद जवानों ने घटना स्थल से भारी मात्रा मे गोला बारूद सहित कई आपत्ति जनक चीजे बरामद की.
बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि इंटर डिस्ट्रिक्ट ज्वाइंट ऑपरेशन शौर्य-142 को नाराणपुर और कांकेर जिले की टीम ने अंजाम दिया. सुरक्षा बलों को जंगलों में 40 से 45 नक्सली छिपे होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद गुरुवार को दो जिलों की डीआरजी, एसटीएफ और बीएसएफ की टीम ने संयुक्त अभियान में काकनार-चिलपरस के जंगलों में माओवादी शिविर पर धावा बोला. सुरक्षा बलों की मौजूदगी की भनक लगते ही माओवादियों ने गोलीबारी शुरु कर दी. जवानों और माओवादी अतिवादियों के बीच करीब 10 मिनट तक भीषण गोलीबारी हुई.मुठभेड़ के बाद घने जंगलों का माओवादियों ने फायदा उठाया और मौके से भागने में कामयाब हो गए.
सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारुद भी बरामद किए. माओवादी शिविर से एक रॉकेट लॉन्चर, 28 हैंड ग्रेनेड, नाइट विजन, दो भरमार बंदूक , एक मस्केट रायफल, 15 नग एयर पिस्टल, सात किलो बारूद, जीलेटिन और सुरक्षा बलों से लूटा हुआ मोर्राटर बरामद किया गया. इसके अलावा रोजमर्रा के सामान और माओवादी साहित्य जब्त किया गया है. साथ ही सिन्हा ने बताया है की इस मुठभेड़ हमें कुछ नक्सलियों के घायल होने की भी सूचना मिली है।