शिवा यादव, दोरनापाल। नक्सलियों द्वारा लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बन रही सड़कों का विरोध करते रहे है. कई प्रकार के हथकंडे अपना कर सड़क निर्माण रोकना चाह रहे है.
कुछ दिनों पहले ही सड़क निर्माण के लिए ढेर किए गए गिट्टी में आईईडी लगाया था. मगर सुरक्षा बलों की मुस्तैदी के कारण नक्सलियों के मंसूबे विफल हो गई थी. अब जहां सड़क निर्माण कार्य चल रहा है वही पास ही सड़क के किनारे मौजूद पेड़ के नीचे तीन तीन प्रेशर आईईडी लगा दिया था.
गौरतलब है कि हर कोई तेज धूप से बचने के लिए पेड़ का सहारा लेता है. चाहे वो मजदूर हो या सुरक्षा में तैनात जवान हो, नक्सलियों की ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया कि किसी को भी निशाना बनाया जा सकता था.
इंजेक्शन का उपयोग किया था तकनीक में
नक्सलियों तीन प्रेशर आईईडी को ब्लास्ट करने के लिए इंजेक्शन का उपयोग किया था. उसे सीधा जमीन में गाड़ दिया था. उसका पिछला कुछ हिस्सा घास और पत्तों के पास रखा था, ताकि किसी की नजर ना पड़े. जैसे ही किसी का पैर पड़ता और इंजेक्शन का पिछला भाग दब जाता ठीक उसी समय वह ब्लास्ट हो जाता. मगर सीआरपी एफ 223 और जिला बल की संयुक्त कार्रवाई से एक बहुत बड़ी घटना होने से टल गई. जवानों ने बम को निष्क्रिय कर सड़क निर्माण कार्य पुनः शुरू करवाया.