भरत ठाकुर, बिल्हा-बेलतरा. इन दिनों पत्रकारों के साथ मारपीट एवं प्रताड़ना की घटनाएं लगातार बढ़ गई है. शिकायत और एफआईआर के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. एक दैनिक अखबार के संपादक मदन सिंह ठाकुर द्वारा कोनी सरपंच मनीष अग्रवाल के खिलाफ प्रेस में तोड़फोड़ किए जाने की रिपोर्ट कोनी थाना में दर्ज की गई है. इसके बाद भी पुलिस ने सरपंच के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की. कोतवाली टीआई अंजू चेलक द्वारा पत्रकार उमेश सिंह ठाकुर के साथ 17 सितंबर को बेवजह मारपीट गाली-गलौज किया गया. मोबाइल छीनकर पटक दिया गया.


14 सितंबर को सीपत प्रेस क्लब के पत्रकारों के साथ सीपत थाने के हवलदार भरत राठौर द्वारा गाली-गलौज, दुर्व्यवहार किया गया. वहीं मस्तूरी थाना के अंदर पत्रकार प्रमोद अवस्थी के साथ कुछ लोगों ने जमकर मारपीट की. लेकिन पुलिस ने प्रमोद अवस्थी को ही जेल भेज दिया. जिले के पत्रकारों की मांग है कि पूर्व शराब ठेकेदार के खिलाफ दी गई शिकायत पर कार्रवाई किया जाए. उपयुक्त सभी शिकायतों पर 48 घंटे के भीतर कार्यवाही की जाए. पत्रकारों ने चेतावनी दी कि मारपीट के आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो सभी पत्रकार साथी आईजी ऑफिस के सामने धरना देने बाध्य होंगे.