बिलासपुर। सरकंडा के खमतराई इलाके में जहरीली चॉकलेट खाने से करीब 13 बच्चे बीमार हो गए, जिन्हें इलाज के लिए सिम्स में भर्ती कराया गया है. इधर इस बात की खबर मिलते ही पुलिस-प्रशासन सतर्क हो गई, अधिकारी सिम्स पहुंचकर बच्चों से मिले और पुलिस की टीम गांव भी पहुंची और लोगों से पूछताछ की.
बच्चों ने बताया कि सफेद कार से आए 4 नकाबपोश युवकों ने बच्चों को चॉकलेट बांटी थी. चॉकलेट खाने के बाद बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी. बच्चों को लगातार उल्टियां होने लगीं. इससे घबराकर परिजन बच्चों को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे. लेकिन बच्चों की हालत खराब होने पर उन्हें सिम्स रेफर कर दिया गया. डॉक्टरों ने फिलहाल बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई है. सिम्स के अधीक्षक डॉ रमणेश मूर्ति ने डॉक्टरों को अलर्ट कर दिया है.
वहीं बीमार बच्चों के परिजनों का कहना है कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है, फिर उनके बच्चों के साथ ऐसा क्यों किया गया, उन्हें नहीं पता. बता दें कि बच्चों के माता-पिता मजदूरी का काम करते हैं.
इधर पुलिस जहरखुरानी की वारदात को लेकर अलर्ट है और जांच में जुट गई है. हालांकि अब तक आरोपियों का पता नहीं लगाया जा सका है. कलेक्टर पी दयानंद ने बताया कि 3 से 4 बच्चों की हालत गंभीर है, जिनका इलाज किया जा रहा है. हॉस्पिटल में एसपी मयंक श्रीवास्तव और एएसपी नीरज चंद्राकर भी पहुंचे.
सिम्स में लापरवाही का एक और नजारा
इधर सिम्स में एक बार फिर व्यवस्थाओं की पोल खुल गई. यहां इलाज के दौरान ही चिल्ड्रन वार्ड की बिजली चली गई. अंधेरे में ही कलेक्टर ने बच्चों से मुलाकात की और अंधेरे में ही बच्चों का इलाज चला.