रायपुर। कोतवाली चौक और आश्रम तिराहे पर वृक्ष काटने पर सरकार के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के विरोध के बाद पूर्व महापौर सुनील सोनी ने भी इस पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 5 फीट सड़क चौड़ी करने के लिए सैकड़ों साल पुराने पेड़ को काटा जाना अफसोसजनक है और इस तरह की कार्रवाई को आनेवाली पीढ़ियां माफ नहीं करेंगी.

प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष सुनील सोनी 2 बार महापौर और एक बार आरडीए अध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने स्मार्ट सिटी के नाम पर कोतवाली चौक और आश्रम तिराहे पर पेड़ों की कटाई का कड़ा विरोध किया है.

सुनील सोनी ने कहा कि शहर के अंदर पेड़ नहीं बचे हैं और जो सैकड़ों साल पुराने पेड़ थे, उन्हें भी काट दिया गया. शहर के अंदर नए पेड़ लगाए नहीं जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि पुराने पेड़ों के साथ यहां के रहवासियों का भावनात्मक रिश्ता है, उनसे बिना चर्चा किए पेड़ को काट दिया गया.

सुनील सोनी ने कहा कि अफसरों ने मनमाना फैसला ले लिया. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या प्रदूषण पैदा करके शहर को स्मार्ट बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि शहर से प्रेम करने वाले और यहां पैदा हुए पले-बढ़े लोगों से और जनप्रतिनिधियों से राय तक नहीं ली गई. स्मार्ट सिटी परियोजना में बाहर की टीम काम कर रही है, जिन्हें स्थानीय हितों की समझ नहीं. एक पेड़ 50 ऑक्सीजन सिलेंडर के बराबर है. प्रदूषण भरे माहौल में पेड़ की क्या कीमत है, ये समझने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि ये पूरी कार्रवाई निंदनीय है.