रायपुर- लोक सुराज अभियान खत्म जरूर हो गया, लेकिन मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह अब भी पूरे फार्म में नजर आ रहे हैं। सीएम हाउस में आज पीडब्ल्यूडी विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने दो टूक कहा है कि यदि सड़क औऱ सरकारी भवनों के निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत सामने आई, तो जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित कर दिया जाएगा। उन्होने कहा कि निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सुराज अभियान के दौरान खुद मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य़ों की बारीकी से समीक्षा की है। कई जगहों पर उन्हें गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्यों की शिकायत भी मिली थी।

 विजयनगर-विशाखापट्टनम घोषित होगा नेशनल हाइवे

बैठक के दौरान रायपुर से विजयनगर-विशाखापट्टनम राजमार्ग को नेशनल हाइवे घोषित करने के प्रस्ताव पर सैद्धांतिक सहमति दे दी गई। आंध्रप्रदेश सरकार ने ये प्रस्ताव सरकार को भेजा था। छत्तीसगढ़ के कुरूद से नगरी होते हुए ओडिशा के नवरंगपुर और वहां से विशाखापट्टनम तक के नेशनल हाइवे बनाने के लिए वन भूमि समेत कई मामलों के क्लियरेंस की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाए इसके लिए सरकार पहल करेगी।  बैठक में बताया गया कि चालू वित्तीय वर्ष 2017- 18 में विभाग की 2500 करोड़ की कार्य योजना का अनुमोदन हो गया है ।

5500 करोड़ की 38 सड़कों का निर्माण

इस कार्य योजना में रायपुर – दुर्ग मार्ग पर चार फ्लाई ओवर निर्माण भी शामिल है। एशियन विकास बैंक की 5500 करोड़ की लागत से 38 सड़कों के निर्माण का प्रस्ताव है । इसकी लम्बाई 1457 किलोमीटर होगी । विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि  छत्तीसगढ़ सड़क विकास निगम की 889 किलोमीटर सड़कों में से कई सड़कों के कार्य शुरू हो गए हैं।  मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने राजधानी रायपुर के रेल्वे स्टेशन से केंद्री तक पुरानी छोटी रेल लाइन के स्थान पर एक्सप्रेस -वे निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए । इसका निर्माण 313 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। इस पर 4 फ्लाईओवर ,8 छोटे पुल, 8 पाइप कलवर्ट और 4 बॉक्स कलवर्ट बनाया जाएगा।
डा.रमन सिंह ने बैठक में रायपुर-बिलासपुर फोरलेन, राजनांदगांव फ्लाई ओवर, रायपुर-दुर्ग औऱ रायपुर-धमतरी सड़क चौड़ीकरण, भोपालपट्टनम-बीजापुर सड़क सहित प्रदेश की निर्माणाधीन सड़कों, पुल-पुलियों की भी समीक्षा की। बैठक में पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत, मुख्य सचिव विवेक ढांड, प्रमुख सचिव अमन सिंह, लोक निर्माण सचिव सुबोध सिंह समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।