काठमांडू। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी सेंटर) के औपचारिक तौर पर समर्थन वापस लेने के साथ ही नेपाल की ओली सरकार अल्पमत में आ गई है. कयास लगाए जा रहे हैं कि विपक्षी पार्टियों के अविश्वास प्रस्ताव से पहले ही प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली पद से इस्तीफा दे सकते हैं.

पुष्प कमल दहल प्रचंड के नेतृत्व वाली नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी सेंटर) के समर्थन वापस के फैसले की पार्टी के वरिष्ठ नेता गणेश शाह ने जानकारी दी. नेपाली संसद के निचले सदन में प्रचंड के माओवादी सेंटर के मुख्य सचेतक देव गुरुंग ने संसद सचिवालय में अधिकारियों को इस बारे में पत्र सौंपा है. देव गुरुंग ने आरोप लगाया कि ओली सरकार की हालिया गतिविधियों ने लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और राष्ट्रीय संप्रभुता के लिए खतरा पैदा कर दिया है.

बता दें कि दो दिन पहले ही पीएम ओली ने संसद में 10 मई को विश्वासमत साबित करने का एलान किया था. नेपाली संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में कुल 275 सदस्य हैं, जिसमें प्रचंड की माओवादी सेंटर के 49 सांसद हैं. वहीं ओली की सत्तारूढ़ सीपीएन-यूएमएल के पास 121 सांसद हैं. ऐसे में ओली को अपनी सरकार बचाने के लिए 17 सांसदों की और जरूरत है. नेपाल में अविश्‍वास प्रस्‍ताव को पारित कराने और बाद में एक सरकार बनाने के लिए जादुई आंकड़ा 138 है.