रायपुर। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर आज मुख्यमंत्री बघेल कांग्रेस भवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए. यहाँ उन्होंने नेताजी के विचारों बात तो की है, साथ ही उनहोंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा जमकर हमला भी बोला.

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भाजपा के लोग आज गांधी, सुभाष, पटेल को अपनाना चाहती है. लेकिन सावरकर और गोडसे को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है. अगर भाजपा वाकई में गांधी, सुभाष, पटेल के विचारों को मानती है, उनके आदर्शों पर चलना चाहती है, तो पहले गोडसे मुर्दाबाद बोले, सावरकर का साथ छोड़े. देश की आजादी का इतिहास को भाजपाई जान लें.

उन्होंने कहा कि हमें इतिहास को नहीं भूलना चाहिए. इतिहास के पन्नों को खंगालना जरूरी है. हमने विधानसभा में भाजपा विधायकों से पूछा था कि गोडसे का मुर्दाबाद कब बोलेंगे ? भाजपा के लोग गोडसे मुर्दाबाद नहीं बोल पाए.

जहाँ तक है सुभाष चंद्र बोस का कांग्रेस छोड़ने का, तो कांग्रेस के संविधान में अहिंसा की बात लिखी है. जबकि सुभाष बाबू ने अस्त्र उठाने की कही थी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर वाकई में भाजपा के लोग गांधी को मानते हैं, तो सबसे पहले उन्हें गोडसे मुर्दाबाद बोलना चाहिए और सावरकर का साथ छोड़ना चाहिए. उसके बाद गांधी और सुभाष की जय बोले.