रायपुर। “ISA – 2025” की पांच दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस के द्वितीय सत्र में आज श्री नारायणा हॉस्पिटल में एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय “Acute Neuro Critical Care” पर “एक दिवसीय वर्कशॉप” का आयोजन किया गया। इस दौरान हॉस्पिटल के न्यूरो क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डॉ पंकज ओमर ने बताया कि “Approach to a Coma Patient”, “Traumatic Brain/ Spine Injury”, “Acute Ischemic and Hemorrhagic stroke”, “Meningitis & Encephalitis”, आदि विषयों पर आयोजित इस “एक दिवसीय वर्कशाप” में देश के लगभग 50 से भी अधिक प्रतिष्ठित न्यूरो क्रिटिकल केयर एक्सपर्ट्स शामिल हुए।

इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में मुख्य रूप से “Hands On Workshop” का आयोजन भी किया गया, ताकि देश के न्यूरोक्रिटिकल केयर विशेषज्ञों को इस विधा की बेस्ट प्रैक्टिसेस से अवगत किया जा सके और उन्हें न्यूरो क्रिटिकल केयर में वर्तमान में हुए एडवांसमेंट से भी अपडेट किया जा सके।

न्यू दिल्ली एम्स के न्यूरो क्रिटिकल केयर एक्सपर्ट डॉ. गिरिजा प्रसाद रथ ने बताया कि वर्तमान समय में न्यूरो इमरजेंसी के केस बहुत ही ज्यादा तादाद में बढ़ रहे हैं। इन केसेस को सही समय पर, प्रॉपर जांच कराकर बेहतर इलाज उपलब्ध कराना और इसके लिए अवेयरनेस क्रिएट करना, भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश के लिए एक बहुत ही बड़ा चैलेंज है। इसलिए हमने यह वर्कशॉप आयोजित किया है ताकि न्यूरो इमरजेंसी की समस्या का सामना करने वाले एक्सपर्ट्स ज्यादा से ज्यादा तैयार हो सकें।

दिल्ली एम्स के डॉ. केशव गोयल ने बताया कि “Time is Brain” किसी भी ट्रॉमा के बाद हर मिनट मरीज के ब्रेन के लाखों न्यूरॉन्स समाप्त होने लग जाते हैं। ऐसी परिस्थितियों में Acute Neurocritical Care Workshop की उपयोगिता और भी बढ़ जाती है। देश के सभी डॉक्टर्स का इसमें ट्रेंड होना बेहद जरूरी है, ताकि दूरदराज के इलाकों से ऐसे मरीजों को रेफर करने से पहले उन्हें प्रॉपर प्राइमरी उपचार मिल सके और उनका आउटकम बेहतर हो सकता है। अभी तक देश में लगभग 30-35 ही ऐसे वर्कशॉप हुए हैं, जबकि इसकी जरूरत और भी ज्यादा करने की है।

इस वर्कशॉप में 10 अन्य एक्सपर्ट्स ने भी अपने एक्सपीरियंस एवं इंटरेस्टिंग केसेस उपस्थित विशेषज्ञों के साथ शेयर किये और अपने पेपर प्रजेंट किये।