नितिन नामदेव, रायपुर। रायपुर में शुरू हुआ जमीन रजिस्ट्री का नया सिस्टम न केवल क्रेता-विक्रेता बल्कि अधिवक्ताओं के लिए भी परेशानी का सबब बन गया है. इन परेशानियों से अधिकारियों को अवगत कराने के लिए कलेक्टर परिसर स्थित रेड क्रॉस भवन में अधिवक्ता जुटे. रजिस्ट्रार, एनआईसी के अधिकारी और संबंधित विभाग के अधिकारियों को समस्याओं से अवगत कराया. इसे भी पढ़ें : ‘मैं आपसे न्याय की मांग करती हूं’, न्याय यात्रा पर निकले राहुल गांधी को पूर्व राष्ट्रपति की बेटी ने लिखा खुला खत…

बैठक के बाद लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में अधिवक्ता संस्कार जैन ने बताया कि रजिस्ट्री ऑफिस में एक नया सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसमें बहुत सारी खामियां हैं. डॉक्यूमेंट अपडेट होने में समस्या हो रही है. डॉक्यूमेंट प्रेजेंट कर रहे हैं, उसके मिलने में प्रॉब्लम हो रही है. कैलकुलेशन में प्रॉब्लम है. कोई मल्टी स्पेशल स्टोरी है, उसका बिल्डिंग नहीं आ रही है. ऐसे बहुत सारी टेक्निकल समस्या है.

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अधिवक्ता ने बताया कि इसके अलावा बहुत से गांव नहीं जोड़े गए हैं. नया रायपुर में केंद्री और बेंद्री के नाम नहीं जुड़े हैं. ऐसी बहुत सारी समस्या हो रही है, जिसके चलते आज मीटिंग में ट्रेनिंग भी दी जा रही थी. सब समस्याओं को पूछा जा रहा था. अधिकारियों का कहना है कि हम हफ्ते भर का समय लेकर सॉफ्टवेयर में अपडेट करेंगे और सुधारेंगे.

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अधिवक्ता जैन ने बताया कि जब से यह सॉफ्टवेयर अपडेट हुआ है, तब से यह समस्याएं देखने को मिल रही हैं. अपॉइंटमेंट तुरंत नहीं मिलता. ऐसे में बाहर से जो पार्टी परेशान हो रही है. अधिवक्ता वीरेंद्र मारकंडे ने बताया कि अधिकारी प्रॉपर सॉल्यूशन नहीं दे पा रहे हैं. सॉफ्टवेयर बनाने वाले को ही नॉलेज नहीं है. बहुत सारे डाउट्स हैं, जिसको वह क्लियर नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में अधिवक्ताओं को बहुत सारी समस्याएं आ रही है.