न्यूयॉर्क। आतंकी संगठन हमास को खत्म करने की ठान चुके इजराइल की गाजा पट्टी में की जा रही सैन्य कार्रवाई का विरोध इन दिनों अमेरिका के विश्वविद्यालयों में देखने को मिल रहा है. लेकिन प्रदर्शन से आगे बढ़कर कई फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय के परिसर में कब्जा जमाकर बैठ गए हैं, जिन्हें हटाने के लिए न्यूयॉर्क पुलिस को विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश करना पड़ा है.

कोलंबिया विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पर कब्जा जमाए छात्र गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई का विरोध करने के साथ विश्वविद्यालय को उन कंपनियों से अलग होने की भी मांग की है, जिनके बारे में उनका मानना है कि वे संघर्ष से लाभ कमा रहे हैं.

लाइव टीवी छवियों में पुलिस को परिसर में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेते हुए दिखाया गया है. न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, कुछ छात्रों को कैंपस से बाहर ले जाया गया है. कुछ के हाथों की ज़िप उनकी पीठ के पीछे बंधी हुई थी. कुछ को कानून प्रवर्तन बसों में लाद दिया गया.

यूनिवर्सिटी का बयान

द गार्जियन के अनुसार, विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि परिसर में प्रवेश करने से पहले पुलिस से संपर्क किया था. “रात 9 बजे के कुछ देर बाद NYPD विश्वविद्यालय के अनुरोध पर परिसर में पहुंचा. यह निर्णय हमारे समुदाय में सुरक्षा और व्यवस्था बहाल करने के लिए किया गया था.”

“जब विश्वविद्यालय को रातोंरात पता चला कि हैमिल्टन हॉल पर कब्जा कर लिया गया है, तोड़फोड़ की गई है और उसे अवरुद्ध कर दिया गया है, तो हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा था. कोलंबिया के सार्वजनिक सुरक्षा कर्मियों को इमारत से बाहर निकाल दिया गया, और हमारी सुविधा टीम के एक सदस्य को धमकी दी गई.” बयान में कहा गया है, ”हम अपने समुदाय की सुरक्षा या आगे तनाव बढ़ने की संभावना को जोखिम में नहीं डालेंगे. हमने सुबह-सुबह निर्णय लिया कि यह एक कानून प्रवर्तन मामला था, और एनवाईपीडी उचित प्रतिक्रिया निर्धारित करने और निष्पादित करने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में था.”

प्रवक्ता ने दोहराया कि जिस समूह ने “इमारत में घुसकर कब्जा किया” उसका नेतृत्व ऐसे लोग कर रहे हैं जो “विश्वविद्यालय से संबद्ध नहीं हैं.” “एनवाईपीडी तक पहुंचने का निर्णय प्रदर्शनकारियों के कार्यों के जवाब में था, न कि उस कारण के लिए जिसका वे समर्थन कर रहे हैं. हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि नियमों और कानून का उल्लंघन करने वाले प्रदर्शनकारियों द्वारा परिसर का जीवन अंतहीन रूप से बाधित नहीं किया जा सकता है.”

छात्रों ने लगाए ‘शर्मा करो, शर्म करों’ के नारे

प्रदर्शनकारियों ने परिसर में अपना शिविर छोड़ने के लिए सोमवार, 30 अप्रैल को दोपहर 2 बजे की समय सीमा का उल्लंघन करने के बाद विश्वविद्यालय के हैमिल्टन हॉल पर कब्जा करना शुरू कर दिया. इसके बाद विश्वविद्यालय ने भाग लेने वाले छात्रों को निलंबित करना शुरू कर दिया.

इसके बाद पुलिस अधिकारियों की एक पंक्ति को दूसरी मंजिल की खिड़की से इमारत में चढ़ते देखा गया. ऊपरी मंजिल तक पहुंचने के लिए उन्होंने सीढ़ी वाले वाहन का इस्तेमाल किया. जैसे ही पुलिस ने पास के शिविर पर धावा बोला, परिसर के बाहर के छात्रों ने “शर्म करो, शर्म करो!” चिल्लाते हुए उनका मजाक उड़ाया.