प्रतीक चौहान. रायपुर. 3-3 महीने से 108 संजीवनी एक्सप्रेस के कर्मचारियों की रूकी हुई सैलरी अब ‘लल्लूराम डॉट कॉम’ की खबर प्रकाशित करने के बाद मिलने लगी है.
संजीवनी एक्सप्रेस के कर्मचारियों के मुताबिक कंपनी हर बार ऐसे ही सैलरी देने में आना-कानी करती है, जिसकी वजह से उन्हें जीवन यापन करने में बहुत परेशानी होती है. लेकिन खबर प्रकाशित करने के बाद से कर्मचारियों की रूकी हुई सैलरी मिलनी शुरू हो गई है.
संजीवनी एक्सप्रेस के प्रबंधन ने भी अपनी इस गलती को स्वीकारा है और कहा है कि किन्ही कारणों से सैलरी देने में देर जरूर हुई है, लेकिन अब कर्मचारियों को समय पर सैलरी मिले इसके लिए वे रणनीति बना रहे है.
लेकिन गाड़ी पंचर बनाने के पैसे का क्या ?
यदि आप भी ऐसे ही किसी प्रकार के शोषण का शिकार हो रहे हो तो हमें 9329111133 पर फोन कर अपनी पीड़ा जरूर बताएं. आपका नाम गोपनीय रखते हुए आपकी मांग प्रशासन तक पहुंचाने में लल्लूराम डॉट कॉम आपकी पूरी मदद करेगा.
‘लल्लूराम डॉट कॉम’ को 108 संजीवनी एक्सप्रेस के दर्जनों कर्मचारियों ने बताया कि पिछली कंपनी उन्हें 300 रुपए प्रतिमाह गाड़ी पंचर समेत अन्य छोटे-मोटे खर्चे के लिए प्रदान करती थी. लेकिन ये वर्तमान कंपनी बिल जमा करने के महीनों बाद भी उन्हें भुगतान नहीं करती है. जबकि इस संबंध में कंपनी ने दावा किया कि ऐसे हर बिल का भुगतान डीएम ( डिस्ट्रीक्ट मैनेजर) के माध्यम से किया जाता है. कंपनी ने कहा है कि यदि किसी भी कर्मचारी का बिल भुगतान लंबित है तो वो कंपनी के सॉफ्टवेयर जिसमें छुट्टी का आवेदन करते है उसमें शिकायत कर सकते है.
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