प्रधानमंत्री मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष का हिंदी भाषी राज्यों पर खास फोकस रहा. पीएम ने 25 राज्यों में किया प्रचार तो राहुल 23 तक रहे सीमित.
नई दिल्ली. लोकसभा चुनावों को लेकर चला प्रचार आखिर खत्म हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना कैंपेन शुक्रवार को हिमाचल और मध्य प्रदेश में खत्म कर दिया. इस दौरान 11 मार्च से लेकर 17 मई तक प्रधानमंत्री ने 105000 किमी की यात्रा तय कर 144 जनसभाओं को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने 25 राज्य और दो केंद्रशासित प्रदेशों में जनसभाएं कीं. वहीं इसी दौरान राहुल गांधी ने 128 जनसभाओं को संबोधित किया जो 23 प्रदेशों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में आयोजित की गई थीं. जनसभाओं की इस गणित में दोनों की ओर से ही की गईं कुछ रैलियां भी थीं.
पीएम की 16 रैलियां ज्यादा
चुनावों की घोषणा होने के बाद प्रधानमंत्री ने पहली जनसभा 28 मार्च को मेरठ में की थी. प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी से 16 ज्यादा रैलियों को संबोधित किया. खास बात यह रही कि दोनों के प्रचार के दिनों को देखा जाए तो राहुल ने जो समय लिया पीएम ने उससे 18 दिन कम समय लिया.
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा जनसभाएं
प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से सबसे ज्यादा जनसभाओं को उत्तर प्रदेश में संबोधित किया गया. यहां पर प्रधानमंत्री ने 29 सभाओं में भाग लिया. इस दौरान आठ रैलियां पीएम की ऐसी रहीं जो 11 मई से 16 मई के बीच आयोजित की गईं. वहीं राहुल गांधी ने यूपी में 19 जनसभाएं कीं, इनमें से 6 तो अमेठी में ही थीं. वहीं राहुल ने 22 अप्रैल से लेकर 27 अप्रैल के बीच 11 रैलियों को संबोधित किया. राहुल ने पूर्वांचल में कुशीनगर को छोड़ कर एक भी जनसभा नहीं की. कांग्रेस अध्यक्ष ने मध्य प्रदेश में 17 और राजस्थान में 12 रैलियों को संबोधित किया. अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर मतदान होगा. उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश से 80 सांसद चुने जाते हैं. मध्य प्रदेश और राजस्थान पर राहुल का खास फोकस इस कारण भी रहा है क्योंकि यह दोनों ही राज्य कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में हाल में ही जीते हैं. ऐसे में लोकसभा में भी वो यह जीत बरकरार रखना चाह रहे हैं.
हिंदी भाषी प्रदेशों में कम रैली
प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सिर्फ 20 ही जनसभाएं की. वहीं राहुल ने इन तीनों राज्यों में 31 जनसभाओं में हिस्सा लिया. इसके उलट राहुल ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा और नार्थ ईस्ट में सिर्फ 11 जनभाएं कीं.