पंकज सिंह भदौरिया,दंतेवाड़ा। झीरम नरसंहार जैसे बड़े नक्सल वारदातों को अंजाम दे चुके नक्सलियों की तलाश अब तेज हो गई है. एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने झीरम हमले में शामिल वांटेड नक्सलियों का पोस्टर जारी किया है. उसमें बकायदा नक्सलियों पर इनाम भी रखा गया है. नक्सल प्रभावित इलाकों में जगह-जगह गांव और हाट बाजार में पोस्टर लगाए गए हैं.

50 हजार से 7 लाख तक का इनाम

जारी पोस्टर में लिखा गया है कि जो भी इन वांटेड नक्सलियों का पता और पकड़वाने में सहयोग करेगा उसका नाम गोपनीय रखा जाएगा. पुलिस ने जिस पोस्टर को लगाया है उसमें नक्सलियों का नाम और 50 हजार से लेकर 7 लाख तक का इन पर इनाम भी रखा गया है. इनाम की राशि भी देने की बात पोस्‍टर में कहीं गई है.

पुलिस ने नक्सल प्रभावित इलाका अरनपुर, कटेकल्याण, बारसूर जैसे अंदुरुनी गांवों नक्सलियो के प्रभाव वाले इलाकों में पोस्टर लगाए गए हैं. पोस्‍टर में ग्रामीणों से अपील की जा रही है कि संबंधितों की सूचना देने पर इनाम मिलेगा और नाम भी गोपनीय रखा जाएगा.

ये हैं मोस्ट वांटेड नक्सली

दरभा डिवीजन के वांटेड नक्सली बारसे सुक्का उर्फ देवा 5 लाख इनामी, सोमा सोढ़ी उर्फ सुरेंद्र 5 लाख इनामी, गणेश उईके 7 लाख इनामी, देवजी उर्फ चेतन 7 लाख इनामी, मडड़ा मड़कामी 50 हजार इनामी, पुरष्म सन्नी (महिला नक्सली) 2.5 लाख इनामी, सरिता केकम 1 लाख इनामी, कोरसा लख्खू 1 लाख इनामी, लच्छी मुड़ियाम 1 लाख इनामी, भक्त हेमला उर्फ बदरू 5 लाख इनामी, मंगली 1 लाख की इनामी शामिल है.

झीरम नरसंहार में 35 लोगों की गई थी जान

बता दें कि 25 मई 2013 को बस्तर के झीरम घाटी में नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर ताबड़तोड़ हमला कर 35 नेताओं और कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया था. इस हमले में कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा, पूर्व विधायक उदय मुदलियार को नक्सलियों ने अपना निशाना बनाया था. पांच साल भी इसके मुख्‍य आरोपी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है.

अब एनआईए ने झीरम के मोस्‍ट वांटेड नक्‍सलियों के पोस्‍टर अंदरूनी गांव में चस्‍पा कर संबंधितों नक्सलियों को पकड़वाने की अपील कर रही है. बता दें कि झीरम कांड का एनआईए जांच कर रही है. इसका साथ ही राज्य सरकार ने एसआईटी गठित कर मामले की जांच कर रही है.