NIA Seizures 4000 kg Explosives: भुवनेश्वर. गुरुवार को झारखंड के सारंडा और सुंदरगढ़ के जंगलों से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) नेसीपीआई (माओवादी) के सशस्त्र कार्यकर्ताओं द्वारा लुट किए गए लगभग 4,000 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री जब्त किए.

Also Read This: ODISHA NEWS: 4 दिन पहले जिस महिला का मिला था धड़, आज नदी किनारे मिला कटा हुआ सिर, मचा हड़कंप

NIA Seizures 4000 kg Explosives
NIA Seizures 4000 kg Explosives

NIA ने 11 माओवादियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की. खदान में भेजते समय 4,000 kg विस्फोटक लूटने की घटना में 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की गई है. इन 11 आरोपियों पर यूए (पी) अधिनियम, बीएनएसएस, शस्त्र अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.  जांच के दौरान, NIA को सबूत मिले हैं कि ये 11 माओवादी क्रिमिनल साजिश, तैयारी और उसे अंजाम देने में एक्टिव रूप से शामिल थे. 20 kg के कुल 200 पैकेट लूटे गए.

Also Read This: पूर्व MLA मोहम्मद मोकिम ने सोनिया गांधी को लिखा खत, कांग्रेस नेतृत्व पर उठा सवाल

चार्जशीट में 11 आरोपी हैं: जरजा मुंडा उर्फ ​​कुलु मुंडा, अनमोल उर्फ ​​सुशांत उर्फ ​​लालचंद हेम्ब्रम, रमेश उर्फ ​​प्रीतम मांझी उर्फ ​​अनल दा, पिंटू लोहरा उर्फ ​​टीगर, लालजीत उर्फ ​​लालू, शिव बोदरा उर्फ ​​शिबू, अमित उर्फ ​​सुखलाल मुंडा, रवि उर्फ ​​बीरेन सिंह, राजेश उर्फ ​​मंशीद, सोहन उर्फ ​​रंगा पुनेम, और अपतन उर्फ ​​चंद्रमोहन हंसद.

जांच में पता चला है कि इस समूह ने 27 मई को इटमा विस्फोटक स्टेशन से बांको पत्थर खदान तक ले जाई जा रही 200 विस्फोटक पैकेटों की चोरी की साजिश रचने की योजना बनाए और उसे अंजाम दिया.

Also Read This: महानदी जल विवाद: ओडिशा सरकार ने छत्तीसगढ़ के साथ मामलों की निगरानी के लिए बनाई 8 सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति

वाहन और उसके चालक को 10-15 सशस्त्र माओवादियों ने जबरन छीन लिया और पास के जंगल में ले गए, कथित तौर पर झारखंड के सारंडा वन में माओवादी गढ़ों की ओर बलांगीर-बरगढ़ सीमा से लगे गंधमर्दन पर्वत श्रृंखला में तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने विस्फोटक, माओवादी वर्दी और अन्य सामग्री बरामद किए.

इस संयुक्त अभियान में ओडिशा के विशेष अभियान समूह, सीआरपीएफ, झारखंड जगुआर और जिला स्वयंसेवी बल शामिल थे. जून में जांच का जिम्मा संभालने वाली एनआईए ने बताया कि यह लूट माओवादियों की एक बड़ी साजिश का हिस्सा था, जिसका मकसद राष्ट्रीय सुरक्षा को अस्थिर करना और सरकारी तंत्र को निशाना बनाना था. जांच अभी जारी है.

Also Read This: ओडिशा : सड़क परियोजनाओं के लिये केंद्र सरकार ने ओडिशा को दिए 44,771 करोड़ रुपये