Night Eating Syndrome Symptoms : कई लोगों की ऐसी आदत होती है कि वह रात में नींद से उठते हैं, कुछ खाते हैं और फिर सोते हैं. आमतौर पर रात में खाने के इस आदत को लोग नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन यह सामान्य स्थिति नहीं है. मेडिकल साइंस कहता है कि यह आदत एक विकार है, जिसे नाइट इंटिंग सिंड्रोम कहा जाता है.
नाइट इंटिंग सिंड्रोम के लक्षण (Night Eating Syndrome Symptoms)
इस विकार से ग्रसित लोगों को वजन बढ़ने के साथ मोटापा, डायबिटीज और हार्ट डिजीज होने की आशंका काफी बढ़ जाती है. इस विकार में मीठी और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर चीजें खाने का मन करता है. अगर किसी को नाइट ईटिंग सिंड्रोम है तो उसे ऐसा लग सकता है कि अगर वह खाना नहीं खाएगा तो सो नहीं पाएगा. आधी रात को खाने की इच्छा पर उसका कोई नियंत्रण नहीं होता है. इस विकार से पीड़ित कई लोगों में अवसाद के लक्षण भी होते हैं.
ऐसा देखा गया है कि अगर परिवार में पहले भी कोई सदस्य इस विकार से पीड़ित है तो यह समस्या आगे चलकर दूसरों में भी हो सकती है. लगभग 100 में से एक व्यक्ति को नाइट इंटिंग सिंड्रोम होता है. सामान्य तौर पर इससे बचने के लिए अपने बेडरूम के तापमान को आरामदायक रखें और हर दिन एक ही समय पर सोने की कोशिश करें. सोने से पहले कैफीन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से बचें. स्थिति गंभीर हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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