दिल्ली. देश की पहली महिला रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण अपने बेहद विनम्र और सौम्य स्वभाव के लिए जानी जाती हैं. वो भले ही खुद को बेहद साधारण व लो-प्रोफाइल रखती हों लेकिन ऐसे कई मौके आए जब उन्होंने साबित कर दिया कि वे बेहद मजबूत इरादों वाली महिला हैं और उनकी विनम्रता को उनकी कमजोरी कतई न समझा जाय.

चाहे डोकलाम में चीनी सैनिकों के साथ विवाद के बाद सीमा पर पहुंचकर भारतीय सैनिकों का हौसला बढ़ाना हो या फिर सियाचिन ग्लेशियर पर पहुंचकर सैनिकों का हौसला बढ़ाना हो. उन्होंने हमेशा देश के लोगों औऱ सैनिकों को ये एहसास दिलाया कि उनके नेतृत्व में देश सुरक्षित हाथों में है. निर्मला ने आज एक और इतिहास रच दिया. लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरकर वे ऐसा करने वाली देश की पहली महिला रक्षा मंत्री बन गई.
राजस्थान के जोधपुर एअरबेस से सुखोई एमकेआई में बकायदा पायलट सूट पहनकर उन्होंने पायलट के साथ उड़ान भरी. निर्मला सीतारमन ने जबसे रक्षामंत्री का पदभार संभाला है. वो कई ऐसे काम कर चुकी हैं जिसे पूर्व के रक्षा मंत्रियों ने भी नहीं किया. वो सियाचिन से लेकर डोकलाम तक सैनिकों का हौसला बढ़ाने पहुंची और हाल ही में उन्होंने आईएनएस विक्रमादित्य पर मिग-29 की सवारी की थी.


सुखोई-30 में उड़ान भरने वाली वो देश की पहली महिला रक्षामंत्री बन गई हैं. उन्होंने साबित कर दिया कि वे अपने सैनिकों का मनोबल बढ़ाने के लिए कोई कदम नहीं छोड़ेंगी. चाहे फाइटर विमान में बैठकर आसमान की बुलंदियां छूना हो या फिर सियाचिन के बर्फीले इलाके में पहुंचना हो. निर्मला ने अपने हर कदम से देश के सैनिकों को संदेश देने की कोशिश की है कि उनका नेतृत्व सुरक्षित हाथों में है.
उड़ान भरने के बाद निर्मला ने कहा कि ये उनके लिए गौरवपूर्ण क्षण है. सुखोई में उड़ान को उन्होंने यादगार बताया. गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी ने निर्मला को प्रमोट कर देश का रक्षा मंत्री जैसा महत्वपूर्ण पद दिया था.