गजियाबाद। गाजियाबाद की विशेष सीबीआई कोर्ट ने आज अंजलि हत्याकांड में मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को फांसी की सजा सुनाई है. सीबीआई कोर्ट ने इसे रेयरेस्ट ऑफ द रेयर केस माना है. कोर्ट ने कहा कि दोनों आरोपियों को तब तक फांसी पर लटकाया जाए, जब तक दोनों की मौत न हो जाए.
बता दें कि पंढेर और कोली ने 25 साल की अंजलि की रेप के बाद हत्या कर दी थी.
25 वर्षीय अंजलि का मामला 2007 से कोर्ट में चल रहा है. अंजलि पंधेर के घर नौकरानी का काम करती थी. एक दिन अचानक ही वो पंधेर के बंगले के सामने से गायब हो गई. पुलिस ने उसकी गुमशुदगी का केस दर्ज किया था. निठारी कांड का पर्दाफाश होने के बाद नोएडा की डी-5 कोठी में कपड़े और मानव खोपड़ियां मिली थीं, जिसकी फॉरेंसिक जांच के बाद ये खुलासा हुआ था कि ये खोपड़ी किसी महिला की हैं.
इस मामले में सीबीआई ने 38 गवाह पेश किए थे, जबकि बचाव पक्ष ने एक गवाह पेश किया था.
गौरतलब है कि नोएडा के बहुचर्चित निठारी कांड में पहले ही स्पेशल कोर्ट मनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को दोषी करार दे चुकी है.
बता दें कि दिसंबर 2006 में दिल्ली से सटे नोएडा इलाके में मोनिंदर सिंह पंढेर के घर के पीछे नाले से पुलिस को 19 बच्चों और महिलाओं के कंकाल मिले थे. इसके बाद मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरिंदर कोली को गिरफ्तार कर लिया गया था. सीबीआई को इंसानी हड्डियों के कुछ हिस्से और 40 ऐसे पैकेट मिले, जिनमें मानव अंगों को भरकर नाले में फेंक दिया गया था.