पटना. बिहार में सियासी उठापटक के बीच नीतीश कुमार महागठबंधन के अन्य नेताओं के साथ राजभवन पहुंचे और सरकार बनाने का दावा पेश किया. उनके साथ तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी और कांग्रेस के अजित शर्मा भी साथ थे.

राजभवन से बाहर निकलने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि उनके पास 164 विधायकों का समर्थन है. इस दौरान हालांकि अब तक शपथ ग्रहण का वक्त तय नहीं हुआ है. कहा जाता है कि राज्यपाल जल्द ही इसकी जानकारी दे सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अब सात पार्टी एक साथ मिलकर बिहार का विकास करेंगे, बिहार की सेवा करेंगे. प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनने के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न को हंसते हुए टाल दिया. उन्होंने कहा कि यह सब छोड़िए.

इधर, राजद के नेता तेजस्वी यादव ने भाजपा पर जोरदार निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा जहां रहती है, जिसके साथ रहती है, उसे खत्म करने में लगी रहती है. पंजाब देखिए, महाराष्ट्र देखिए. पूरे उत्तर भारत में अब भाजपा का कोई बड़ा सहयोगी नहीं रहा. देश में अराजकता का माहौल बन रहा है, सांप्रदायिकता फल-फूल रही है, सामाजिक न्याय प्रभावित हो रहा है. अर्थव्यवस्था देख लीजिए, देश की सुरक्षा देख लीजिए.

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उन्होंने कहा कि बिहार ने देश को दिशा दिखाने का काम किया है कि जो जनता के लिए लड़ता है, जनता उसे स्वीकार करती है. जनता विकल्प चाहती है. उन्होंने नीतीश कुमार के महागठबंधन के साथ आने पर धन्यवाद दिया. पहले के बयानों, आरोपों के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमलोग चाचा, भतीजा है. एक परिवार में थोड़ी बहुत लड़ाई होती रहती है.

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