पटना। जननायक कर्पूरी ठाकुर की शताब्दी जयंती के अवसर पर पटना के वेटेनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने ही सहयोगी दल राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू यादव की फिरकी ले ली. लोगों को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया. लेकिन, आज लोग सिर्फ अपने परिवार को ही बढ़ाते रहते हैं. मैंने भी कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया है. इसे भी पढ़ें : ममता दीदी ने कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन को दिया बड़ा झटका, बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का किया एलान…

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आजकल लोग अपने बेटे को नेता बना देते हैं. बेटा अपने आप को बड़ा नेता बोलता है. बड़ी-बड़ी बातें बोलता है. लेकिन कर्पूरी ठाकुर जी ने कभी भी अपने बेटे को पद का लाभ नहीं दिलाया. उन्होंने अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया. लेकिन, आज लोग कुछ भी बोलते रहते हैं. हालांकि उन्हें बोलने दीजिये, हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है.

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भारत रत्न देने की शुरू से कर रहे थे मांग

इस दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जा रहा है, हम लोग शुरू से ही इसकी मांग कर रहे थे. हमने केंद्र की सरकार से आग्रह किया था, और मिला भी था. आज कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा हुई, इसके लिए केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को बधाई देता हूं. हालांकि, प्रधानमंत्री ने रामनाथ ठाकुर को फोन किया, मुझे फोन नहीं किया. लेकिन जिस कारण से भी केंद्र सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को सम्मान दिया. इसके लिए बधाई. प्रधानमंत्री को बधाई.

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दोहराई विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग

नीतीश कुमार ने अपने भाषण के दौरान एक बार फिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग दोहराई. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हमारी एक मांग तो मान ली वहीं अब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग भी मान लें यह उम्मीद है. कर्पूरी ठाकुर ने शराबबंदी किया था, पिछड़ा और अति पिछड़ा के लिए कई काम किए थे. लेकिन, फिर भी उन्हें हटाया गया. इसके साथ ही नीतीश कुमार ने देशभर में आरक्षण के दायरे को बढ़ाए जाने की मांग की.