आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. जिले में भारतीय जनता पार्टी द्वारा कांग्रेसी महापौर के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया है. भारतीय जनता पार्टी ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेसी पार्षदों के अनुपस्थित होने को लेकर आरोप लगाया था कि, कांग्रेस के अंदर एक जुटता नहीं है. इस वजह से कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव का सामना नहीं किया.

भारतीय जनता पार्टी के आरोपों को लेकर बुधवार को राजीव भवन में कांग्रेस पार्टी के विधायक रेखचंद जैन महापौर सफीरा साहू और जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य ने पत्र वार्ता की और भाजपा के आरोपों को सिरे से खारिज किया. शहर जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य का कहना है कि, भारतीय जनता पार्टी द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं.

बता दें कि, भाजपा की ओर से निगम में भ्रष्टाचार और पार्षदों के साथ विकास कार्यों में भेदभाव किए जाने का आरोप लगाया गया था. कांग्रेस शहर अध्यक्ष सुशील मौर्य ने कहा, भाजपा पार्षद नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे थे. वार्ड में ही एक करोड़ रुपए से अधिक का विकास कार्य हुआ है. इससे पता चलता है कि, नगर निगम की सरकार ने किसी भी प्रकार का पक्षपात नहीं किया. वहीं अविश्वास प्रस्ताव में कांग्रेसी पार्षदों के अनुपस्थित रहने को लेकर सुशील मौर्य ने बताया, कांग्रेस के पार्षद शहर विकास को लेकर रायपुर के दौर में गए हुए थे. वहां उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात की. सुशील ने कहा भाजपा के लोग आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करने में लगे हुए हैं, जबकि कांग्रेसी विकास की राजनीति करती है.

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