विक्रम मिश्र, लखनऊ. अभी कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुशीनगर हवाई अड्डे पर अपने विमान से लैंड हुए थे. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि 4 साल पहले बने इस कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कोई भी विमान नहीं उड़ता है. इसका उद्घाटन नरेंद्र मोदी ने 4 साल पहले बौद्ध पर्यटन को लेकर किया था. उम्मीद जताई गई थी कि कम से कम भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल पर अन्य बुद्धिस्ट देश के श्रद्धालु आएंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
हवाई अड्डे में सिर्फ उद्घाटन के समय भारत सरकार की सब्सिडी से एक अंतर्राष्ट्रीय विमान श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से 125 यात्रियों को लेकर आया था. उसके बाद से इस एयरपोर्ट पर कभी किसी विमान की गर्जना किसी ने नहीं सुनी है.
इसे भी पढ़ें : सांसद हो या विधायक, नहीं मिलेगी एंट्री! अब सचिवालय जाना है तो करना होगा ये काम, वरना…
कुशीनगर के आसपास भी है बौद्ध पर्यटन स्थल
लुम्बिनी, कपिलवस्तु, सारनाथ, श्रावस्ती और गया ये सभी बुद्धिस्ट टूरिस्ट प्लेस है. इस एयरपोर्ट को बनाने का उद्देश्य भी यही था कि उत्तर प्रदेश के पर्यटन को इससे बढ़ावा मिलेगा. लेकिन कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय विमानपत्तन अब महज सफेद हाथी साबित हो रहा है. इसके रख रखाव में 5 करोड़ रुपयों से ज़्यादा खर्च हो रहे है. बावजूद इसके यहां से कोई राजस्व की प्राप्ति नहीं हो रही है. आज भी यहां के लोगों को कहीं भी जाना होता है तो उनको गोरखपुर से उड़ान लेनी पड़ती है.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक