मुंबई की एक विशेष अदालत ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की पत्नी एमी मोदी के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी किया है. विशेष मनी लॉन्ड्रिंग रोधक कानून (पीएमएलए) के मामले को सुनने वाली न्यायाधीश एम एस आजमी की एक विशेष अदालत ने गैर जमानती वॉरंट जारी किया. अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नीरव मोदी (48) और अन्य आरोपियों के खिलाफ कुछ दिन पहले दाखिल अनुपूरक आरोपपत्र पर संज्ञान लेते हुए यह आदेश जारी किया.
नई दिल्ली. मुंबई की एक विशेष अदालत ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की पत्नी एमी मोदी के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी किया है. बता दें नीरव मोदी दो अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले का मुख्य आरोपी है.
विशेष मनी लॉन्ड्रिंग रोधक कानून (पीएमएलए) के मामले को सुनने वाली न्यायाधीश एम एस आजमी की एक विशेष अदालत ने गैर जमानती वॉरंट जारी किया. अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नीरव मोदी (48) और अन्य आरोपियों के खिलाफ कुछ दिन पहले दाखिल अनुपूरक आरोपपत्र पर संज्ञान लेते हुए यह आदेश जारी किया.
ईडी का आरोप है कि एमी मोदी ने तीन करोड़ डॉलर स्थानांतरित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय बैंक खाते का इस्तेमाल किया. संदेह है कि यह घोटाले की कमाई का पैसा था. ईडी ने कहा कि इस राशि का इस्तेमाल न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क स्थित संपत्ति की खरीद के लिए किया गया. इस आरोपपत्र में एजेंसी ने जुटाए गए अतिरिक्त सबूतों तथा कुर्की की जानकारी दी है. समझा जाता है कि ईडी ने अनुपूरक आरोपपत्र में इस घोटाले में एमी मोदी की भूमिका और उसके द्वारा धन को इधर उधर करने का उल्लेख किया है. ईडी ने इस मामले में पहला आरोप-पत्र पिछले साल मई में दाखिल किया था.
जांच एजेंसी ने एमी के खिलाफ एकत्र की जानकारी
एजेंसी ने सप्लीमेंट चार्जसीट में कहा है कि उसने इस केस में अब तक जब्ती से संबंधित अतिरिक्त सबूत एकत्र किया है. शुरुआती जानकारी के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ने इस फ्रॉड मामले में एमी मोदी का भूमिका के बारे में जानकारी जुटाया है. साथ ही उनके द्वारा फंड ट्रांसफर के बारे में जानकारी एकत्र किया है. गौरतलब है कि इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले साल मई माह में चार्जसीट दर्ज किया था. जांच एजेंसी के मुताबिक नीरव मोदी व उसका मामा मेहुल चोकसी ने कुछ बैंक अधिकारी के माध्यम से पीएनबी में 14 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया.
अंतराष्ट्रीय बैंक अकाउंट से किए पैसे ट्रांसफर
वितीय फ्रॉड वाली जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि एमी मोदी ने अंतराष्ट्रीय बैंक के माध्यम से 3 करोड़ ट्रांसफर किए हैं. एजेंसी ने इस बात पर आशंका जताई है कि यह लेनदेन पीएनबी फ्रॉड से जुड़ा हुआ है.