दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में मंगलवार की देर रात करीब 2 बजे भूकंप के तेज झटके लगे. इसकी वजह से पड़ोसी देश नेपाल में एक घर के गिरने के चलते 6 लोगों की मौत हो गई. भूकंप की तीव्रता 6.3 रिएक्टर स्केल मापी गई. इससे लोगों में दहशत का माहौल बन गया और लोग घरों से बाहर निकल आए. इसका केन्द्र पड़ोसी देश नेपाल रहा.
राष्ट्रीय राजधानी और इसके असापास के इलाकों के अलावा यूपी-उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा और मध्यप्रदेश तक भूकंप के तेज झटके महसूस किए. हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. गोरखपुर में भी देर रात के बाद भूकंप के झटके महसूस किए गए. जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया कि भूकंप दो बार आया. रात 8:52 बजे 4.6 तीव्रता और रात 1:57 बजे 5.7 रिक्टर स्केल रही है.
उत्तर भारत ने भूकंप के 3 झटके महसूस किए
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक 8 नवंबर सुबह 4:37 बजे से लेकर 9 नवंबर की सुबह 6:27 बजे तक उत्तर भारत ने भूकंप के 3 झटके महसूस किए हैं. इसमें सबसे तेज भूकंप के झटके 8 और 9 तारीख की दरमियानी रात 01:57 बजे महसूस हुए. इसका केंद्र नेपाल में था. यह केंद्र उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से महज 90 किलोमीटर दूर था. इसके बाद सुबह फिर से भूकंप आया, जिसका केंद्र पिथौरागढ़ ही रहा. जिस वक्त भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर में लगे उस वक्त अधिकतर लोग सोए हुए थे. जिन्हें पता लगा वो फौरन घरों से बाहर निकल गए.
एक घंटे पहले यूपी के कई जिलों में लगे थे झटके
बता दें कि दिल्ली एनसीआर में देर रात 2 बजे आए भूकंप से पहले उत्तराखंड और यूपी में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.9 मापी गई थी. इसका केंद्र उत्तराखंड में भारत-नेपाल सीमा पर बताया गया था. भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर नीचे बताई गई थी. इन दोनों झटकों से पहले मंगलवार को 4.4 की तीव्रता का एक और भूकंप का झटका नॉर्थ इंडिया के कुछ शहरों में लोगों ने महसूस किया था. यह भूकंप सुबह 11 बजकर 57 मिनट पर महसूस किया गया था. इसका केंद्र चम्फाई, मिजोरम था.
भूकंप आए तो इन बातों का रखें ध्यान
भूकंप के दौरान आपका सुरक्षित स्थान पर रहना बहुत जरूरी है. भूकंप से इमरातों और घरों के गिरने का खतरा रहता है. भूकंप से जितनी भी मौतें होती हैं वो बिल्डिंग के मलबे में दबकर ही होती हैं. ऐसे में जरूरी है कि भूकंप के दौरान आप सेफ जगह पर रहें. भूकंप के दौरान आपको इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए.
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