नई दिल्ली। माना जाता है कि हम चाहे जो कुछ भी जीवन में हासिल कर लें, लेकिन इस सबके मूल में ‘खुशी’ की भावना ही होती है. यानि हम जो कुछ भी करते हैं या फिर जीवन में पाते हैं, उसमें अगर हमारी खुशी नहीं है, तो एक तरह से सबकुछ पाना बेकार है. जीवन का अंतिम लक्ष्य खुशी हासिल करना ही होता है.

लेकिन अगर भारत की बात करें, तो हम लगातार खुशहाल देशों की रैंकिंग में फिसलते जा रहे हैं. मतलब साफ है कि भारत के लोग खुश नहीं हैं. और जब देश के लोग खुश ही नहीं हैं, तो फिर एक व्यक्ति, परिवार, समाज और राज्य और राष्ट्र होने के नाते हम किस तरह से सही मायनों में तरक्की कर सकते हैं.

क्या कहता है आंकड़ा?

संयुक्त राष्ट्र ने खुशहाल देशों की एक लिस्ट जारी की है. जिसमें पड़ोसी देश पाकिस्तान तक ने भारत को खुश रहने के मामले में पीछे छोड़ दिया है. जबकि पाकिस्तान न तो भारत के जितना विकसित है और न वहां वे सुविधाएं हैं, जो भारत में लोगों के पास हैं. यहां तक कि भुखमरी, बेरोज़गारी और आतंकवाद से भी पाकिस्तान काफी पीड़ित है.

यहां तक कि भारत पड़ोसी देश चीन से भी खुशहाली के मामले में पीछे है. प्रति व्यक्ति आय, सोशल फ्रीडम, भ्रष्टाचार के आकड़ों को आधार बनाकर लिस्ट तैयार की गई है.

फिनलैंड सबसे ज्यादा खुश रहने वाला देश

156 देशों की लिस्ट में फिनलैंड सबसे खुश रहने वाला देश है. वहीं रिपोर्ट में नार्वे दूसरे नंबर पर है. रिपोर्ट में फिनलैंड, नॉर्वे, डेनमार्क, आइसलैंड, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड्स, कनाडा, न्यूजीलैंड, स्वीडन और ऑस्ट्रेलिया को सबसे अधिक खुशहाल देशों की सूची में टॉप टेन श्रेणी में रखा गया है. पिछले साल फिनलैंड पाचवें स्थान पर था. फिनलैंड इसलिए पहले स्थान पर है, क्योंकि प्रकृति, सुरक्षा, बच्चों की देखभाल, अच्छे स्कूल और मुफ्त इलाज देश के लोगों को खुशहाल रखते हैं.

वहीं सबसे कम खुश रहने वाले देशों में सीरिया, तंजानिया, यमन, रवांडा, ब्रूनेई, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, दक्षिण सूडान, शामिल हैं. वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में भारत पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन से काफी पीछे है. इस रिपोर्ट ने देश की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए है. भारत खुशहाल देशों में 133वें स्थान पर है, जबकि पिछले साल वो 122वें स्थान पर था. वहीं श्रीलंका, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश की स्थिति भी भारत से अच्छी है.

पाकिस्तान 75वां सबसे खुशहाल देश है, तो श्रीलंका 116वें और बांग्लादेश 115वें स्थान पर है. नेपाल 101 और भूटान 97 भी भारत से आगे हैं. सिर्फ अफगानिस्तान ही भारत से नीचे 145वें स्थान पर है. वहीं, चीन 86वें स्थान पर है.

अमेरिका पिछले साल 14वां सबसे खुशहाल देश था. इस बार खिसककर 18वें स्थान पर आ गया है. ब्रिटेन 19वें और संयुक्त अरब अमीरात 20वें स्थान पर है.