नासिर हकीम, महासमुन्द, खल्लारी विधानसभा का नेतृत्व पुरुष प्रधान रहा और ऐसी पार्टियों का प्रतिनिधित्व रहा है. जिसमें बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, नारियों के सम्मान और अधिकार की बहुत सी बात चुनाव के भाषण में जनप्रतिनिधियों द्वारा कही गई थी. लेकिन चुनाव के बाद धरातल में न उनका भाषण पहुंचा और न उनकी सरकार की योजनाएं पहुंची. यही हाल आज युवाओं के साथ भी हुआ, उनको भी रोजगार के नाम पर सिर्फ छला गया है. यह कहना है कि छत्तीसगढ़ महिला जनता कांग्रेस की उपाध्यक्ष अमृता बजाज का.

अमृता बजाज ने बताया कि बेरोजगारी की समस्या से आज पूरे विधानसभा का युवा जूझ रहा है. इस विकराल समस्या के लिए जिम्मेदार सरकार, पूर्व जनप्रतिनिधि व वर्तमान विधायक का कार्यकाल रहा है. जिसे पूरे विधानसभा की भोली जनता भोग रही है.

अमृता ने कहा कि मैं खुद खल्लारी की बेटी हूं, बचपन से नारियों के अधिकार में कटौती और युवा भाइयों को रोजगार के लिए दर दर भटकते देखा है. मैने उनके दर्द और वेदना को समझा है. इसलिए इन समस्यायों के खिलाफ आवाज उठा रही हूं.

उन्होंने कहा कि ये सरकार के खिलाफ़ सिर्फ मेरी आवाज नहीं है, ये पूरे विधानसभा की मेरी मां, मेरी बहन, मेरी संगवारी सहेलियों और मेरे युवा भाइयों की आवाज है. जो आज रथ के माध्यम से जुड़ने जा रहे हैं. ये रथ पूरे गांव में जा कर महिलाओं ओर युवाओं को इस आंदोलन से जोड़ेगा. उन्होंने अपनी रथ यात्रा के दौरान नारा दिया है कि ‘अब भाषण नहीं सवाल होगा’.

बता दें कि साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने को है ऐसे में सभी राजनैतिक पार्टियों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. इसी तैयारी के क्रम में इन पार्टियों के संभावित उम्मीदवारों ने भी अपने अपने क्षेत्रों में जनसंपर्क तेज कर दिया है. इस कड़ी में छत्तीसगढ़ महिला जनता कांग्रेस की उपाध्यक्ष अमृता बजाज एक रथ लेकर खल्लारी विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण कर रहीं हैं. जिसकी शुरूआत उन्होंने खल्लारी माता का आर्शिवाद लेकर की. इस दौरान अमृता लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं से अवगत हो रहीं हैं.