Suresh Yadav Murder: बिहार के कुख्यात अपराधी सुरेश यादव की पश्चिम बंगाल के हावड़ा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना मंगलवार (30 सितंबर) देर शाम की है। बाइक सवार हमलावरों ने संध्या बाजार इलाके में सुरेश यादव पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिसमें गोली पीठ, पेट और सीने में लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सुरेश यादव परिवार के साथ मेला घूमने निकला था और अपने घर के पास संध्या बाजार इलाके में टहल रहा था, तभी हमलावरों ने उसे निशाना बना लिया।
पहले भी हो चुका था जानलेवा हमले
बता दें कि सुरेश यादव का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। उस पर 20 से अधिक गंभीर मामले दर्ज थे। इनमें समता पार्टी नेता गिरीश सिंह समेत ट्रिपल मर्डर, तिरविरवा पंचायत के मुखिया अमरजीत यादव की हत्या, 1995 में कांग्रेस प्रत्याशी मुन्ना सिंह की हत्या और सीवान के अपराधी राका तिवारी की हत्या जैसे संगीन मामले शामिल थे। इससे पहले भी उस पर दो बार जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें वह बाल-बाल बच निकला था।
बंगाल पुलिस ने मांगा सहयोग
गोपालगंज के एसपी अवधेश दीक्षित ने घटना को लेकर बताया कि हत्या की जांच कर रही पश्चिम बंगाल पुलिस ने गोपालगंज पुलिस से संपर्क किया है। सुरेश यादव की आपसी दुश्मनी, पुराने गैंगवार और संभावित टारगेट को लेकर जानकारी साझा की जा रही है।
पैतृक गांव पहुंचेगा शव, अलर्ट पर पुलिस
जानकारी के मुताबिक सुरेश यादव का शव आज बुधवार को गोपालगंज जिले के कुकुरभुक्का गांव (नगर थाना क्षेत्र) पहुंच सकता है। अंतिम संस्कार के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस पूरी तरह अलर्ट है और इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
हत्या को लेकर कई तरह की चर्चाएं तेज हैं। आशंका जताई जा रही है कि यह गैंगवार का हिस्सा हो सकता है। पुलिस जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि इस हत्याकांड के पीछे कौन था और वजह क्या रही?
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