दिल्ली। देश में इस वक्त एक भी चीता नहीं बचा है। सरकार ने लुप्त हो गई इस प्रजाति को फिर से देश में बसाने के लिए विदेश से चीता मंगाने का फैसला किया है।
दरअसल, भारत में करीब 100 साल पहले छत्तीसगढ़ में आखिरी चीते का शिकार हुआ था। जिसके बाद से देश में एक भी चीता नहीं बचा है। अब सरकार के कदमों से ऐसा लगता है कि देश में चीतों की आबादी होगी और अपने देश में भी चीते पाये जाएंगे। भारत में करीब 90 साल बाद फिर से चीता को बसाए जाने की उम्मीद जगी है।
दरअसल, काफी जद्दोजहद के बाद सुप्रीम कोर्ट ने आखिरकार विलुप्त हो चुके दुर्लभ चीते को देश में अफ्रीका से मंगाने की इजाजत केंद्र सरकार को दे दी है। दरअसल, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर गुहार लगाई थी कि नामीबिया से अफ्रीकी चीते को मंगाने की इजाजत दी जाए। इसके तहत चीते को वहां से लाकर देश के किसी उपयुक्त अभयारण्य में रखा जाएगा एवं देश में चीते की संख्या बढ़ाने की कोशिश की जाएगी।