दिल्ली. अभी तक आपका टामी आपके बहुत सारे काम करता था. आपके घर की रखवाली, आपके साथ खेल-कूद औऱ आपकी मदद भी. अब आपका टामी यानि कि कुत्ता ऐसी चीज करेगा जिसके बारे में आपने सोचा भी नहीं होगा.

ब्रिटेन के साइंटिस्ट पिछले तीन साल से कुत्तों को इस बात की ट्रेनिंग दे रहे थे कि वह पहचान सके कि किसी इंसान में कैंसर है या नहीं. तीन साल के ट्रायल के बाद साइंटिस्टों ने बताया कि अब कुत्ते ये पहचान कर सकेंगे कि किसी इंसान में कैंसर है या नहीं.

यार्कशायर के एक हास्पिटल में करीब दो हजार स्वस्थ औऱ कैंसर पीड़ित रोगियों के यूरीन के सैंपल लिए गए. इन सैंपलों के जरिए कुत्तों को ट्रेनिंग दी गई कि कौन से सैंपल कैंसर पीड़ितों के हैं औऱ कौन से सामान्य लोगों के.

दरअसल, सूंघने की अपनी जबर्दस्त क्षमता के कारण कुत्तों का इस्तेमाल नशीली दवाओँ को पकड़ने, बम का पता लगाने औऱ कई दूसरे संवेदनशील कामों में होता है. अब इनकी इसी क्षमता का इस्तेमाल कैंसर का पता लगाने में किया जाएगा.