प्रतीक चौहान. रायपुर/नागपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (South East Central Railway) के नागपुर (Nagpur) रेल मंडल में आरपीएफ (RPF) कैंटीन में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. मामले की जांच के लिए पिछले 8-10 दिनों से आईवीजी (IVG) की टीम नागपुर में डेरा जमाए हुए है. वहीं जोन से एएससी भी जांच के लिए नागपुर पहुंचे थे. मामला कितना गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आरपीएफ ने एक साइबर एक्सपर्ट (Cyber Expert) की भी मदद ली है.

आरपीएफ के सूत्र बताते है कि नागपुर रेल मंडल में मोतीबाग और इतवारी (Itwari) थाने में पदस्थ स्टॉफ विक्की पाल और वसीम खान (Wasim Khan) पर गंभीर आरोप है. आरोप है कि दोनो शासकीय कैंटीन में काम करते हुए यहां के टैक्स छूट वाले सामान को अपने एक अन्य कैंटीन में सप्लाई कर रहे थे. दूसरी कैंटीन आरक्षक विक्की पाल (Vicky Pal) की पत्नी की बताई जा रही है.

यही कारण है कि आरपीएफ शासकीय कैंटीन में आए सामान और उसे खरीदने वाले स्टॉफ के सामान के रिकार्ड से मिलान कर रहे है. जिससे ये स्पष्ट हो कि शासकीय कैंटीन में आने वाले टैक्स छूट वाले सामान की कितनी सामग्री निजी कैंटीन में उक्त आरपीएफ स्टॉफ ने मिलीभगत कर बेची है.

सूत्रों के मुताबिक किसी भी आरपीएफ स्टॉफ अपनी नौकरी में रहते हुए दो काम कर सकता है. एक वो पेट्रोल पंप खोल सकता है दूसरा कैंटीन. लेकिन इन दोनों के लिए उसे विभाग से अनुमति की जरूरत है. वहीं पत्नी के नाम से यदि वह कोई भी व्यवसाय करता है तो इसकी जानकारी विभाग को देनी जरूरी है.

इस मामले में ये स्पष्ट हो गया है कि विभाग को इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई थी. हालांकि इस पूरे मामले की जांच अभी चल रही है और टीम नागपुर में डेरा जमाए हुए है.

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