रायपुर. राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत मरीजों को दिए जाने वाले उपचार में आ रही दिक्कतों को लेकर बुधवार को राजधानी में इंडियन मेडिकल एसोसिशन की बैठक आयोजित की गई. बैठक में आईएमए बोर्ड के अध्यक्ष डाक्टर राकेश गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया की पूरे प्रदेश में करीब 500 निजी अस्पताल है. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जब तक राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की भी लंबित मांगों की तरफ ध्यान नहीं दिया गया.
तब तक आयुष्मान में काम पूरे क्षेत्र के प्राइवेट अस्पताल बंद रखे जाएंगे. वहीं स्वास्थ्य संचालक आर प्रसन्ना ने कहा है कि निजी अस्पतालों के राज्य और राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की राशि 10 अक्टूबर तक रिलीज कर दी जाएगी. आज स्वास्थ्य विभाग द्वारा निजी अस्पतालों के बकाया राशि में से 12 करोड़ 76 लाख की राशि रिलीज कर दी गयी. बाकी राशि 4-10 अक्टूबर तक रिलीज करने की बात कही गई है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग और निजी अस्पतालों की इस तनातनी में सबसे ज्यादा नुकसान आम जनता का है. आम लोगों को सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. आज मेडिकल कॉलेज में बैठक आयोजित कर डॉक्टरों ने फैसला लिया है कि आज से ही स्मार्ट कार्ड में मरीजों का इलाज बंद कर देंगे.