भुवनेश्वर : दुबई के एसईई इंस्टीट्यूट में 15 सितंबर को पश्चिमी ओडिशा का सबसे प्रमुख और लोकप्रिय उत्सव ‘नुआखाई परिबार यूएई’ धूमधाम से मनाया गया।

इस अवसर पर संस्थान के हॉल को पश्चिमी ओडिशा के एक सूक्ष्म जगत में बदल दिया गया, जिसमें इसकी संस्कृति, भाषा, हथकरघा, संगीत और नृत्य का विशाल प्रदर्शन किया गया।

यह यूएई नुआखाई भेटघाट का 10वां संस्करण था, जिसकी शुरुआत 2014 में हुई थी। यह भारत के बाहर आयोजित होने वाला सबसे बड़ा नुआखाई उत्सव है।

इस अवसर पर यूएई के सभी हिस्सों से लोग आए थे, वहीं कुछ परिवार ओमान जैसे पड़ोसी देशों से भी इस उत्सव में भाग लेने आए थे।

इस कार्यक्रम में दुबई में भारत के महावाणिज्यदूत सतीश कुमार सिवन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि नुआखाई का हिस्सा बनकर उन्हें बेहद खुशी हो रही है।

इस कार्यक्रम में प्रख्यात कलाकार अर्चना पाढ़ी और गीतकार-गायक शाश्वत त्रिपाठी ने प्रस्तुति दी। अंतरराष्ट्रीय रेत कलाकार सुदाम प्रधान ने लाइव प्रस्तुति देकर दर्शकों का ध्यान खींचा। उन्हें “जुहार सम्मान यूएई” से सम्मानित किया गया। दुबई स्थित निपुण ओडिया कलाकार मोना बिस्वरूपा मोहंती ने मंच पर मां समलेश्वरी की लाइव पेंटिंग बनाई।

आयोजकों ने कहा, “नुआखाई परिवार ने हमेशा पश्चिमी ओडिशा की कला और संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास किया है और हर साल की तरह इस साल भी पश्चिमी ओडिशा के कलाकारों को आमंत्रित किया गया और उन्हें सम्मानित किया गया।” कार्यक्रम की शुरुआत मां समलेश्वरी की विशेष आरती और पूजा से हुई, जहां सबसे पहले देवी को नया अनाज (विशेष रूप से पश्चिमी ओडिशा से लाया गया) चढ़ाया गया, उसके बाद नुआखाई अभिवादन का आदान-प्रदान हुआ।

समारोह का एक मुख्य आकर्षण पारंपरिक पश्चिमी ओडिशा भोजन था, जिसमें अंबिल सबसे पसंदीदा व्यंजन था। ओडिशा समाज अबू धाबी की एक विशेष टीम ने संबलपुरी पोशाक में एक फैशन शो का प्रदर्शन किया। यूएई में नुआखाई समारोह की 10वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए एक स्मारिका का भी अनावरण किया गया।