भुवनेश्वर। ओडिशा में नुआपड़ा विधानसभा उपचुनाव से पहले कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी एआई के दुरुपयोग को लेकर सियासत गर्मा गई है. भाजपा ने बीजू जनता दल पर मतदाताओं को भ्रमित करने के लिए एआई आधारित गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया है और शनिवार को राज्य चुनाव आयोग में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई.

पार्टी प्रवक्ता सत्यब्रत पांडा के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने दावा किया कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल और धर्मशाला विधायक हिमांशु साहू की एआई से बनाई गई विकृत तस्वीरें सोशल मीडिया पर प्रसारित की गईं, जिनका उद्देश्य मतदाताओं की राय को प्रभावित करना और भाजपा की छवि खराब करना है. भाजपा का आरोप है कि यह सामग्री बीजद समर्थकों द्वारा प्रसारित की गई.

पांडा ने कहा कि इस तरह की हरकतें दंडनीय अपराध हैं और बीजद वोटरों को गुमराह करने के लिए अनैतिक तरीके अपना रहा है. प्रतिनिधिमंडल में डॉ. जतिन मोहंती, दिलीप मलिक, सुजीत कुमार दास, जयंत जेना, मानसी मंजरी पाढ़ी और संग्राम केशरी नायक सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल थे. भाजपा ने साइबर कानूनों के तहत सख्त कार्रवाई की मांग की है और आयोग से निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने का आग्रह किया.

इधर, विवाद के बीच नुआपड़ा में चुनाव प्रचार और तेज हो गया है. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भाजपा उम्मीदवार जय ढोलकिया के समर्थन में रोड शो किया, जिसकी शुरुआत सुनादेई मंदिर में पूजा-अर्चना से हुई और खरियार रोड में जनसंपर्क के साथ समापन हुआ.

वहीं, बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक भी मैदान में उतर गए हैं. उन्होंने पार्टी प्रत्याशी स्नेहांगिनी छुरिया के समर्थन में बड़ी सभा को संबोधित किया और मतदाताओं से भाजपा के कथित “झूठे वादों” को खारिज करने की अपील की.

कांग्रेस ने भी घासीराम माझी को मैदान में उतारा है. कांग्रेस का प्रचार आदिवासी अधिकार, धर्मनिरपेक्षता, रोजगार और सिंचाई सुविधाओं जैसे मुद्दों पर केंद्रित है.

11 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले नुआपड़ा राजनीतिक मुकाबले का बड़ा केंद्र बन गया है, जहां तकनीक, चुनावी नैतिकता और क्षेत्रीय राजनीति की टक्कर चर्चा का बड़ा विषय बनी हुई है.

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