राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. एक चुनौती के समाप्त होने से पहले एक नई चुनौती तैयार हो जाती है. जूडा की हड़ताल के बाद अब स्वास्थ्य कर्मचारी लामबंद होना शुरु हो गए हैं. सोमवार को नर्स और स्वास्थ्य कर्मचारियों की गेट मीटिंग में आंदोलन की रणनीति तय की गई. जिसमें नर्सिंग कर्मचारी संघ ने 10 जून से चरणबद्ध आंदोलन करने का फैसला लिया. 8 सूत्रीय मांगों को लेकर नर्सिंग कर्मचारी संघ हड़ताल करने की तैयारी में हैं.

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आंदोलन को लेकर नर्सिंग कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कौरव का बयान सामने आया है. कौरव ने कहा कि 10 जून से पहले काली पट्टी बांधकर चरणबद्ध आंदोलन शुरु कर विरोध किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मांगे पूरी नहीं होने पर 24 जून से प्रदेश भर के 50 हजार नर्सिंग कर्मचारी कामबंद हड़ताल करेंगे.  वहीं 19 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को दिए स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के आश्वासन की मियाद 15 जून तक पूरी हो जाएगी. जिसके बाद संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भी 16 जून से आवाज बुलंद करने की चेतावनी दी है.

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बता दें कि मंगलवार को भोपाल के सुल्तानिया अस्पताल में दोपहर डेढ़ बजे गेट मीटिंग बुलाई गई थी. मीटिंग में वेतनवृद्धि विसंगति दूर करने सहित अन्य मांगों को लेकर चर्चा की गई. जिसमें आंदोलन को लेकर नर्सिंग स्वास्थ्य कर्मचारियों ने हड़ताल को लेकर योजना बनाई.

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