रायपुर. स्काई वॉक निर्माण के दौरान आये दिन कोई न कोई हादसा देखने को मिल रहा है. जिसका शिकार वहां से गुजरने वाले वाहन और लोग हो रहे हैं.

आज भी यहां एक हादसे में कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गये है, साथ ही कुछ लोगों को चोटे भी आई है. जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस हादसे के बाद मौके पर उपस्थित लोगों ने कांग्रेस के नेतृत्व में चक्काजाम कर दिया. बाद में प्रशासन के लोगों ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई का आश्वासन देते हुए जाम को खुलवाया.

जीई रोड पर जयस्तंभ चौक से लेकर घड़ी चौक तक स्काई वॉक बनाने का काम लंबे समय से चल रहा है. निर्माण के दौरान सोमवार शाम सड़क पर वाहनों की काफी भीड़ थी. इसी बीच डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के सामने निर्माण कार्य में लगे बुलडोजर के पिछले हिस्से की चपेट में कई वाहन आ गए. जो टक्कर लगने की वजह से क्षतिग्रस्त हो गए. इतना ही नहीं इस टक्कर से कुछ लोग घायल भी हो गये है. जिन्हें पास के ही अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है.

घटना के बाद आक्रोशित लोग मौके पर ही हंगामा करने लगे. इसी बीच कांग्रेस नेता विकास उपाध्याय भी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गए और निर्माण कार्य में लापरवाही का आरोप लगाते हुए चक्का जाम कर दिया. शाम के समय सड़क पर भीड़ हाेने के कारण कुछ ही देर में वाहनों की लंबी कतारें लग गई.

घटना की जानकारी लगते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और लोगों को शांत करने का प्रयास करने लगी. लेकिन प्रदर्शन कर रहे लोग नहीं मानें. बाद में विभाग से संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले में दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया. जिसके बाद जाम को खोल दिया गया.

इस दौरान पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष विकास उपाध्याय ने बताया कि इस स्काई वॉक की जरूरत ही नहीं थी. इसका निर्माण सिर्फ कमिशन के चक्कर में किया जा रहा रहा है. जिसकी वजह से आये दिन लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं. उपाध्याय ने इस मामले में पीडब्ल्यूडी इंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर किये जाने की मांग की है साथ ही जिन लोगों को हादसे की वजह से नुकसान हुआ है उन्हें हर्जाना दिये जाने की भी बात कही है.

बता दें कि इसके पहले भी स्काई वाक निर्माण के दौरान शास्त्री चौक के पास एक हादसा हो गया था. जिसमें एक राहगीर पर लोहे की छड़ गिर गई थी. इससे राहगीर बुरी तरह घायल हो गया था. घटना के बाद लोगों ने आक्रोश जताते हुए निर्माण एजेंसी पर लापरवाही बरतने का अरोप लगाया.