रायपुर. राज्योत्सव में सिर्फ 10 बायो टॉयलेट है, जबकि भीड़ हजारों में है. ऐसे में लोग लोटा और डब्बा लेकर परिसर में ही शौच कर रहे हैं. आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि राज्योत्सव परिसर में सुबह-सुबह का जो शर्मनाक ‘लोटा उत्सव’ होता है. यह दृश्य शासन-प्रशासन और मुख्यमंत्री को दिखाईये तब शायद ये दृश्य बंद हो जाये.
आपको बता दें तूता गांव के सरपंच-उपसरपंच ने ग्रामीणों संग मिलकर कलेक्टर, जनपद और एनआरडीए से राज्योत्सव से हो रहे अव्यवस्था की शिकायत की है. ग्रामीणों का कहना है कि नया रायपुर के गांव तूता में आयोजित हो रहे राज्योत्सव में प्रतिवर्ष हजारों की तादात में लोग आते हैं. राज्योत्सव स्थल पर शौचालयों की कमी के कारण दूर-दराज से आये लोग ओडीएफ़ ग्राम तूता में खुले में शौच करते हैं. इस बात की शासन-प्रशासन को ध्यान आकृष्ट कराने पिछले कई सालों से शिकायत की जा रही है. मगर समस्या जस की तस है.
नया रायपुर के ओडीएफ़ ग्राम तूता में पिछले कई सालों से राज्योत्सव का आयोजन होता आ रहा है. लगभग 12 सौ एकड़ में फैले पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी व्यापार एवं उद्योग परिसर में राज्योत्सव देखने लोगों की हुजूम उमड़ पड़ती है. उपसरपंच का कहना है कि राज्योत्सव के पांच दिन में ही पूरा गाँव शौच से पट जाता है. लोगों को भारी बदबू का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही उपसरपंच ने इस समस्या से निजात दिलाने राज्योत्सव स्थल में स्थायी शौचालयों की निर्माण करने की मांग भी की है.