दिल्ली. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के द्वारा महानदी पर की गई टिप्पणी की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि महानदी के पानी पर ओडिशा के अधिकारों से समझौता नहीं किया जा सकता है.धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि महानदी पर रमन सिंह के बयान की निंदा की जानी चाहिए.
महानदी का पानी उपयोग करने से नही रोक सकता कोई
यह बातें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह द्वारा दिये गये उस बयान के जवाब में कही, जिसमें रमन सिंह ने कहा था कि कोई भी उनके राज्य को महानदी के पानी का उपयोग करने से रोक नहीं सकता है.
नहीं है रमन को ओडिशा के हितों की परवाह
मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के इस बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ‘छत्तीसगढ़ इस मामले में गलत है. वे दिखा रहे हैं कि उन्हें ओडिशा के हितों की कोई परवाह नहीं है. प्रधान ने कहा कि इस मामले को ट्रिब्यूनल में उठाया जायेगा’
बीजू जनता दल की भी की आलोचना
प्रधान ने ओडिशा में महानदी के पानी का उपयोग न करने के लिए बीजू जनता दल की अगुवाई वाली ओडिशा सरकार की भी आलोचना की. प्रधान ने कहा कि ओडिशा के निचले इलाके में नदी के पानी को स्टोर करने के लिए कोई प्रयास क्यों नहीं किए गए हैं.
बीजेडी ने छत्तीसगढ़ सरकार के बयान को बताया “विनाशकारी” और “संविधान का उल्लंघन”
बीजेडी, जिसने रमन सिंह के बयान को “विनाशकारी” और “संविधान के उल्लंघन” के रूप में वर्णित किया था, ने प्रधान से प्रतिक्रिया मांगी थी. केंद्रीय मंत्री ने सिंह की टिप्पणी की निंदा करने के बाद बीजेडी राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता प्रताप देब ने कहा, “बीजेपी ने सच स्वीकार किया है”
विवाद निपटाने बना ट्रिब्यूनल
बता दें कि केंद्र ने महानदी जल बंटवारे को लेकर ओडिशा, छत्तीसगढ़ के बीच लंबे समय से विवादों को हल करने के लिए इससे पहले, 12 मार्च को ‘महानदी जल विवाद न्यायाधिकरण’ का गठित किया था. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से महानदी के जल विवाद के निपटारे के लिए 23 जनवरी को ट्रिब्यूनल स्थापित करने का निर्देश दिया था.