Odisha cyclone 2025:  मौसम विभाग ने ओडिशा में 27 से 29 अक्टूबर तक भारी बारिश की संभावना जताई है। IMD ने येलो और रेड अलर्ट जारी किया है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के तेजी से विकसित होने की संभावना है। यह क्षेत्र पहले गहरा दबाव, फिर चक्रवात और अंततः गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद ओडिशा में आपदा प्रबंधन दल हाई अलर्ट पर हैं।

चक्रवाती तूफान से निपटने तैयार हैं : आपदा प्रबंधन मंत्री

राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने भी आश्वासन दिया है कि राज्य आने वाले चक्रवाती तूफान के लिए तैयार है। स्वास्थ्य, जल, संसाधन और ऊर्जा विभाग स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “ओडिशा भारी वर्षा, बाढ़, नदियों के उफान और चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है. हम 29 तारीख को तट से टकराने वाले एक आसन्न चक्रवाती तूफान के लिए तैयारी कर रहे हैं। स्वास्थ्य, जल संसाधन, ऊर्जा और कृषि सहित सभी विभाग पूरी तरह से तैयार हैं। ओडिशा भर के स्थानीय प्रशासन, विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में आवश्यक आपूर्ति की व्यवस्था कर चुके हैं। लोगों से आग्रह करते हैं कि वे घबराएं नहीं क्योंकि हम पूरी तरह से तैयार हैं।”

बिना अनुमति मुख्यालय न छोड़ें अधिकारी-कर्मचारी : कलेक्टर

कालाहांडी कलेक्टर ने कहा है कि जिले में मौसम विभाग ने 27 और 28 अक्टूबर को ऑरेंज अलर्ट और 29 करे रेड अलर्ट जारी किया है। यदि कालाहांडी जिले के सरकारी अधिकारी और फील्ड कर्मचारी छुट्टी पर हैं तो 27 से 31 अक्टूबर तक सभी की छुट्‌टी को रद्द किया जाता है। कलेक्टर ने सभी अधिकारी-कर्मचारी को तुरंत अपने संबंधित मुख्यालय में वापस रिपोर्ट करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि वे बिना अनुमति के अपने संबंधित मुख्यालय को न छोड़ें।

50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना

ओडिशा में 27 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक तटीय और दक्षिणी जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है। IMD ने पूरे राज्य के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है। 27 अक्टूबर से दक्षिण ओडिशा तट पर 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और 60 किमी प्रति घंटे तक के झोंकों के साथ तूफानी मौसम की संभावना है। IMD भुवनेश्वर की निदेशक मनोरा मोहंती ने पुष्टि की है कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में एक कम दबाव वाला डिप्रेशन सिस्टम बन गया है और इसके तीव्र होकर डिप्रेशन में बदलने की संभावना है।

मछुआरों से समुद्र में न जाने की अपील

उन्होंने चेतावनी दी है कि “बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में एक निम्न दाब प्रणाली बन रही है। इसके 25 अक्टूबर को दक्षिण-पूर्व और उससे सटे बंगाल की खाड़ी में एक अवदाब क्षेत्र में बदलने की संभावना है। 26 अक्टूबर तक यह और भी तीव्र होकर एक गहरे अवदाब क्षेत्र में बदल जाएगा और 27 अक्टूबर तक एक चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। ओडिशा में 27, 28 और 29 अक्टूबर को भारी वर्षा होने की संभावना है। मछुआरों को सलाह दी जाती है कि समुद्र में न जाएं।”