भुवनेश्वर। ओडिशा के कई जिलों में शीतलहर का असर बढ़ गया है। शुक्रवार और शनिवार की रातों में पारा 4 डिग्री तक और गिर सकता है।

गौरतलब है की बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात दितवाह कमजोर होकर अब स्पष्ट रूप से निम्न दबाव क्षेत्र में बदल गया है। चक्रवात के कमजोर होने के बावजूद इसके बादल छंटने लगे हैं।

खुले आसमान के कारण ओडिशा के अधिकांश हिस्सों में रात के तापमान में अचानक बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। राज्य के कई जिलों में शीतलहर का असर बढ़ गया है।

पारा सामान्य से 2 से 4 डिग्री तक नीचे चला गया है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, आगामी दिनों में ठंड का प्रकोप और अधिक बढ़ने वाला है। शुक्रवार और शनिवार की रातों में पारा 4 डिग्री तक और गिर सकता है।

राज्य के पहाड़ी और आंतरिक जिलों में तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। जी. उदयगिरी में पारा 9.8 डिग्री रिकॉर्ड दर्ज हुआ, जो राज्य में सबसे कम है। दारिंगबाड़ी में 10 डिग्री, चिपिलीमा में 11.7, फुलबानी में 12, झारसुगुड़ा में 12.1 और राउरकेला में 12.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।

कटक में न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री और राजधानी भुवनेश्वर में 16.4 डिग्री रहा। झारसुगुड़ा में रात का तापमान सामान्य से 1.4 डिग्री कम रहा, जिससे कोहरे की स्थिति भी अधिक जटिल बनी।

दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। जी. उदयगिरी में दिन का तापमान लगभग 5 डिग्री नीचे रहा। दारिंगबाड़ी में 2.5 डिग्री, फुलबानी में 1.5 डिग्री, भुवनेश्वर में 4 डिग्री और कटक में 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।

मौसम विभाग के अनुसार, 7 दिसम्बर की रात को भुवनेश्वर और तटीय-मध्य ओडिशा में तापमान एक डिग्री और कम हो सकता है। 8 दिसम्बर की रात हल्की राहत मिलेगी, जहां तापमान में 1-2 डिग्री की बढ़ोतरी संभव है।

9 दिसम्बर से ठंड दोबारा तेज होगी और तापमान फिर नीचे जाने की संभावना है। विभाग ने 5 और 9 दिसम्बर को कई स्थानों पर घने कोहरे की चेतावनी भी जारी की है। सुबह के समय विजिबिलिटी कम रहने से यातायात प्रभावित होने की आशंका है।

मौसम केंद्र का आकलन है कि आने वाले दो दिनों में तापमान 2-3 डिग्री तक और गिर सकता है। संबलपुर, झारसुगुड़ा, राउरकेला, सुंदरगढ़, नवरंगपुर, कोरापुट, कालाहांडी, बलांगीर और सोनपुर में पहले से ही कोहरे की मोटी परत देखने को मिल रही है।