फुलबनी : एक कट्टर माओवादी कैडर, जो कई आपराधिक मामलों में वांछित था, उसने ओडिशा के कंधमाल जिले में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।

माओवादी की पहचान समय मडकम उर्फ नरेश उर्फ अमित उर्फ रूपेश उर्फ पुनित के रूप में हुई है, जो छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में किस्टाराम पुलिस सीमा के अंतर्गत मंगलगुड़ा गांव का रहने वाला है।

दक्षिणी रेंज के पुलिस महानिरीक्षक जय नारायण पंकज ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह कंधमाल-कालाहांडी-बौध-नयागढ़ (केकेबीएन) डिवीजन की माओवादियों की आठवीं कंपनी का समिति सदस्य था। मडकम की ओडिशा पुलिस को कंधमाल, बौध और नुआपाड़ा जिलों में 17 आपराधिक मामलों में तलाश थी।

10 साल की उम्र में माओवादियों में शामिल हुए मड़कम ने कहा कि वरिष्ठ माओवादी कैडरों की गतिविधियों से मोहभंग होने के बाद उन्होंने समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया। उन्होंने कहा, वे न केवल माओवादियों की विचारधारा से भटक गए बल्कि अधीनस्थ कैडरों का शोषण भी किया।