कटक। लाखों आगंतुकों को मंत्रमुग्ध करने के बाद ओडिशा के कटक में ऐतिहासिक बालि यात्रा आखिरकार समाप्त हो गई है. लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और यहां तक कि बीजू जनता दल (बीजेडी) के नगरसेवकों की ओर से वार्षिक मेले के आयोजन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के साथ एक विवाद छिड़ गया है. Read More – Odisha Weather Update : प्रदेश में बारिश खत्म होते ही बढ़ी ठंड, कई जगह अलाव जलाते दिखे लोग

मिली जानकारी के अनुसार, बेल व्यू स्क्वायर और तेलेंगापेंठ में स्थापित बांस और अन्य सामग्रियों से बने दो अस्थाई द्वार (स्वागत मेहराब) की कीमत 32 लाख रुपये आंकी गई है. इसी तरह बालि यात्रा में लेजर शो जो इतनी खराब गुणवत्ता का था वह केवल पहले दो दिन ही चल सका, उसका बिल 96 लाख रुपये रखा गया है.

कांग्रेस पार्षद संतोष भोला ने आरोप लगाया कि, सीएमसी ने दो स्थानों पर जिस तरह के गेट बनाए हैं, उनकी लागत केवल 4 लाख रुपये होनी चाहिए थी, लेकिन दो गेट के लिए उन्होंने 32 लाख रुपये खर्च किये हैं. यह बेतुका है. लेजर लाइट शो पर 96.7 लाख रुपये खर्च हुए, लेकिन यह बालि यात्रा के नौ दिनों में से केवल दो दिन ही चल सकी. इसमें बहुत बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है और इसकी जांच होनी चाहिए.

इसी तरह, भाजपा नगरसेवक गगन ओझा ने कहा, महापौर को बालि यात्रा में खर्च की गई भारी धनराशि के बारे में कोई जानकारी नहीं है. सिर्फ गेट्स और लेजर शो में ही नहीं बल्कि ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां जरूरत से ज्यादा पैसा खर्च कर इसे महाभ्रष्टाचार बना दिया गया है. इसके लिए सीएमसी कमिश्नर और मेयर जिम्मेदार हैं.

वहीं, बिजेडी के एक पार्षद ने इस साल बालि यात्रा के दौरान भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन पर भी नाराजगी व्यक्त की. बिजेडी नगरसेवक प्रदीप्त किशोर खुंटिया ने सवाल किया है कि, हमें नहीं लगता कि बालि यात्रा के लिए जारी की गई निविदाओं के अनुसार काम किया गया है, जबकि पिछले साल काम 1.66 करोड़ रुपये में हुआ था, उसी विक्रेता की ओर से उसी काम की लागत 3.32 करोड़ रुपये कैसे हो सकती है?

कांग्रेस और बिजेडी के नगरसेवकों ने जहां इसकी विजिलेंस जांच की मांग की है, वहीं भाजपा नगरसेवकों ने सीबीआई जांच की मांग की है. हालांकि, कटक के मेयर सुभाष सिंह ने सभी आरोपों से इनकार किया और कहा, बालि यात्रा में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. हम सजावट पर पैसा खर्च नहीं करना चाहते थे. अभी तक किसी भी बिल को मंजूरी नहीं दी गई है. आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है. मैं आधारहीन आरोपों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता.