भुवनेश्वर। डायलिसिस सेवा के तहत विभिन्न उप-विभागीय अस्पतालों, सीएचसी और डीएचएच, खोरधा में 16 नए डायलिसिस केंद्र बनाए गए हैं. राज्य भर में 5टी पहल के तहत उप-जिला स्तर पर 32 डायलिसिस केंद्र खोले जाएंगे.

इस दौरान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में मुफ्त इलाज के साथ-साथ बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना और बीएसकेवाई नबीन कार्ड के माध्यम से 4 करोड़ से अधिक लोगों का मुफ्त इलाज किया जाता है. इससे स्वास्थ्य समस्याओं के मामले में लोगों को पैसे की चिंता करने की समस्या खत्म हो गई है.

मुख्यमंत्री ने किडनी रोग के इलाज को बहुत महंगा बताते हुए कहा कि इन केंद्रों की स्थापना से किडनी रोगियों को उनके घर के पास ही डायलिसिस सेवा निशुल्क मिल सकेगी. राज्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए, किडनी रोगियों को जीवन रक्षक डायलिसिस सेवाएं निशुल्क प्रदान करने के लिए 2018 में SAHAY योजना शुरू की गई थी. यह सेवा प्रदान करने वाला ओडिशा देश का पहला राज्य था. पहले चरण में यह सेवा सभी जिला मुख्यालय के अस्पतालों में शुरू की गई. अब 5T पहल में इसे उप-जिला अस्पतालों तक बढ़ा दिया गया है.

सीएम पटनायक ने कहा कि उप-जिला स्तर पर 32 डायलिसिस केंद्र खोले जाएंगे. राज्य सरकार मरीजों को मुफ्त डायलिसिस सेवाएं प्रदान करने के लिए सालाना 50 करोड़ रुपये खर्च करेगी. यह व्यक्त करते हुए कि सभी का जीवन उनके लिए कीमती है, मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में बदलाव किया जा रहा है. अमा अस्पताल कार्यक्रम के तहत बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में काम चल रहा है. अमीरों और गरीबों के लिए मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम हमें “सुस्थ (स्वस्थ) ओडिशा, सुखी (खुश) ओडिशा” के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगा.