Odisha News: 1937 में कटक जिले के तिगिरिया में जन्मी बिनोदिनी देवी आकाशवाणी (ऑल इंडिया रेडियो) की गीतकार थीं और उन्होंने आकाशवाणी, दूरदर्शन, उड़िया फिल्मों और अन्य प्रसारण माध्यमों के लिए संगीत लिखे थे.

महाराज कुमारी बिनोदिनी देवी एक भारतीय उपन्यासकार, लघु कथाकार, नाटककार, गीतकार और मणिपुर की शाही परिवार की सदस्य थीं. वह पूर्ववर्ती मणिपुर साम्राज्य की अंतिम राजकुमारी थीं. उन्होंने बिनोदिनी नाम से पुस्तकें प्रकाशित कीं. वह अपने 1976 के उपन्यास बोरो साहेब ओंगबी सनातोम्बी के लिए सबसे ज्यादा जानी गईं.

ऑलिवुड (उड़िया फिल्म उद्योग) में एक गीतकार के रूप में उनकी यात्रा 1965 में रिलीज हुई फिल्म ‘मलाजन्ह’ से शुरू हुई. वह ‘तपोई’ (1978), ‘श्री जगन्नाथ’ (1979), ‘महा सती’ फिल्मों के गीतों से लोकप्रिय हुए. ‘सावित्री’ (1983) और ‘जय जगन्नाथ’ (2007).

उनके गीत ‘खोकीटीए खोकीटीए’ (बच्चों का गीत संग्रह, 1986), ‘अमृता’ (भक्ति गीत संग्रह, 1996), ‘टिकी टिकी नाली कैंच’ (बच्चों का कविता संग्रह, 1999) और ‘ऐई कला मोर कलंक’ (आधुनिक गीत संग्रह, 2000) जैसे पुस्तक रूप में भी प्रकासित हुए हैं.